चित्र में, प्रदर्शित प्रतिबल-विकृति ग्राफ से यंग प्रत्यास्थता गुणांक का मान होगा $(N/m$${^2}$ में$)$
$24 \times {10^{11}}$
$8.0 \times {10^{11}}$
$10 \times {10^{11}}$
$2.0 \times {10^{11}}$
उपरोक्त ग्राफ में बिन्दु $D$ दर्शाता है
एक तार जिसका एक सिरा छत से तथा अन्य सिरा $W$ भार से जुड़ा है। इस $1$ मीटर लम्बे तार में प्रसार $(\Delta l)$ संलग्न ग्राफ से प्रदर्शित है। यदि तार का अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल ${10^{ - 6}}$मीटर ${^2}$ हो तो तार के पदार्थ का यंग मापांक होगा
दर्शाए गए चित्र में किसी एक समान पतले तार की, दो विभिन्न तापों $T_1$ तथा $T_2$ पर प्रतिबल के कारण, लंबाई में परिवर्तन $x$ प्रदर्शित है। परिवर्तन दर्शाता है कि
निम्न ग्राफ उस क्षेत्र में तार की लम्बाई के व्यवहार को दर्शाता है जिसमें पदार्थ हुक के नियम का पालन करता है। $P$ तथा $Q$ प्रदर्शित करते हैं
निम्नांकित वक्र एक समान पतले तार के लिये आरोपित बल $(F)$ तथा विकृति $(x)$ के बीच संबंध को दर्शाता है। तार द्रव की भांति किस क्षेत्र में व्यवहार करेगा