एक रेडियोसक्रिय तत्व का $16$ ग्राम प्रतिदर्श (सेम्पल) बम्बई से दिल्ली $2 $ घण्टे में लाया जाता है और यह पाया गया कि तत्व का $1$ ग्राम ही शेष (अविघटित) बचा। तत्व की अर्द्ध-आयु है
$2$ घण्टे
$1$ घण्टे
$\frac{1}{2}$ घण्टे
$\frac{1}{4}$ घण्टे
$^{66}Cu$ के शुद्ध प्रतिदर्श से प्रारम्भ करने पर $15$ मिनट में इसके अपने मूल का $\frac{7}{8}$ भाग $Zn$ में क्षयित हो जाता है तदनुरूपी अर्धायु .......... मिनट है
किसी रेडियोऐक्टिव नमूने की सक्रियता $t =0$ समय पर, $N_{0}$ काउंट प्रति मिनट और $t =5$ मिनट पर $N _{0} / e$ काउंट प्रति मिनट मापी गई है। कितने समय (मिनटों में) पर सक्रियता अपने मान की आधी हो जायेगी?
$X$ समस्थानिक रेडियोएक्टिव की अर्द्ध-आयु $1.37 \times {10^9}$ वर्ष है। यह $X$ समस्थानिक क्षय होकर $Y$ स्थिर रेडियोएक्टिव प्राप्त होता है। चन्द्रमा से प्राप्त चट्टान के नमूने में दोनों पाये जाते हैं जिनका अनुपात $1:7$ है, तो चट्टान की आयु होगी
निश्चित मात्रा के रेडियोसक्रिय तत्व के विघटन की दर को बढ़ाया जा सकता है
यदि किसी रेडियोएक्टिव परमाणु की अर्द्ध-आयु $2.3$ दिन है तो इसका क्षय नियतांक होगा