${ }_{92}^{238} U$, रेडियोसक्रिय रूप से क्षयित होकर एल्फा तथा बीटा कणों को उत्सर्जित करते हुए ${ }_{82}^{206} Pb$ बनाता है। एक चट्टान जिसमें प्रारम्भ में ${ }_{92}^{238} U$ का $68 \times 10^{-6} g$ उपस्थित है। यदि ${ }_{92}^{238} U$ से ${ }_{82}^{206} Pb$ में, तीन अर्द्ध आयु में रेडियोसक्रिय क्षय के दौरान उत्सर्जित होने वाले एल्फा कणों की संख्या $Z \times 10^{18}$ है तो $Z$ का मान क्या है?
$1.10$
$1.15$
$1.19$
$1.20$
अर्द्ध-आयु $1.0$ मिनट के रेडियाएक्टिव पदार्थ में यदि इसके एक नाभिक का क्षय अभी होता है तो अगले का क्षय होगा
दो घण्टे के पश्चात् एक निश्चित रेडियोएक्टिव समस्थानिक की प्रारम्भिक मात्रा का $\frac{1}{16}$ वां भाग शेष रह जाता है। इस समस्थानिक की अर्द्ध-आयु है
कोई रेडियोसक्रिय नमूना,$15$ मिनट में अपनी वास्तविक मात्रा का $\frac{7}{4}$ गुना क्षयित हो जाता है। नमूने की अर्द्धायु $...........min$ होगी
रेडियम की अर्द्ध आयु $1600$ वर्ष है, तो इसकी औसत आयु........वर्ष होगी
एक रेडियोएक्टिव प्रादर्श की सक्रियता $280$ दिन के बाद $6000 \,dps$ है जो $140$ दिन के बाद घटकर $3000\, dps$ हो जाती है तो नमूने की प्रारम्भिक सक्रियता ($dps$ में) होगी