माना $A = \{ 2,\,4,\,6,\,8\} $, $A$ पर संबंध $R$, $R = \{ (2,\,4),\,(4,\,2),\,(4,\,6),\,(6,\,4)\} $, के द्वारा परिभाषित है, तब $R$ है
प्रति-सममित
स्वतुल्य
सममित
संक्रमक
$R$ एक संबंध $‘<’ A$ से $B$ में है, जहाँ $ A = \{1,2, 3, 4\}$ तथा $B= \{1, 3, 5\}$ अर्थात् $(a,\,b) \in R \Leftrightarrow a < b,$ तब $Ro{R^{ - 1}}$ है
माना $\mathrm{A}=\{1,2,3,4\}$ है तथा $\mathrm{A} \times \mathrm{A}$ पर एक संबंध $\mathrm{R}$ निम्न प्रकार परिभाषित है
सिद्ध कीजिए कि पूर्णाकों के समुच्चय $Z$ में $R =\{(a, b)$ : संख्या $2,(a-b)$ को विभाजित करती है $\}$ द्वरा प्रद्त संबंध एक तुल्यता संबंध है।
समुच्चय $\{1,2,3,4\}$ पर परिभाषित ऐसे संबंधों, जो सममित हैं, पर स्वतुल्य नहीं हैं, की संख्या है ..........
मान लीजिए कि $L$ किसी समतल में स्थित समस्त रेखाओं का एक समुच्चय है तथा $R =\left\{\left( L _{1}, L _{2}\right): L _{1}, L _{2}\right.$ पर लंब है $\}$ समुच्चय $L$ में परिभाषित एक संबंध है। सिद्ध कीजिए कि $R$ सममित है किंतु यह न तो स्वतुल्य है और न संक्रामक है।