एक पहिए के केंद्र से जाने वाली अक्ष के परित: उसका जड़त्व आघूर्ण $ 200\,\,kg\,{\rm{ - }}{m^2} $ है। पहिए को घुमाने हेतु $1000 \,N-m$ का नियत बल आघूर्ण लगाया जाता है। $3$ सैकण्ड पश्चात् पहिए का कोणीय वेग ........ रेडियन/सै होगा
$15$
$10$
$5$
$1$
एक अर्द्धवृत्तीय वलय का उसके केन्द्र से होकर जाने वाले तथा उसके तल के लम्बवत् अक्ष के परित: जड़त्व आघूर्ण होगा
एक गाड़ी $({\rm{car}})$ का पहिया $1200$ चक्कर प्रति मिनट की दर से घूम रहा है। गाड़ी के त्वरक $({\rm{accelerator}})$ को दबाने पर यह $10\,sec$ बाद $4500$ चक्कर प्रति मिनट लगाने लगता है। पहिये का कोणीय त्वरण है
दो कण $X$ तथा $Y$, प्रारम्भ में विरामावस्था में हैं, परस्पर आकर्षण स्वरुप एक दूसरे की ओर गति करते हैं। यदि किसी क्षण $X$ कण का वेग $V$ तथा $Y$ कण का वेग $2\,V$ है, तब उनके द्रव्यमान केन्द्र का वेग होगा
आयत $ABCD$ का जड़त्व आघूर्ण किस अक्ष के परित: न्यूनतम होगा $(BC = 2AB)$
एक जेट इंजन के परीक्षण के दौरान, उसका संपीडक (Compressor) निम्न ग्राफ के अनुसार चक्रण करता है। परीक्षण के दौरान संपीडक द्वारा पूर्ण किये गये चक्करों की संख्या होगी