एक कण कोणीय संवेग $L$ से एकसमान वृत्तीय गति कर रहा है। यदि कण की गति की आवृत्ति दुगुनी एवं गतिज ऊर्जा आधी कर दी जाए तो कोणीय संवेग होगा
$2L$
$4L$
$L/2$
$L/4$
एक कण द्रव्यमान $m =5$ का $v =3 \sqrt{2}$ वेग से $XOY$ तल में $y = x +4$ रेखा पर चलता है। मूल बिन्दु के परित: कोणीय संवेग ........ इकाई होगा
$log_e L$ तथा $log_e P$ के बीच का ग्राफ होगा (जहाँ $L$ कोणीय संवेग तथा $P$ रेखीय संवेग है)
$500 \mathrm{~g}$ द्रव्यमान एवं $5 \mathrm{~cm}$ त्रिज्या वाले एक ठोस गोले को इसके एक व्यास के परितः $10 \mathrm{rad} \mathrm{s}^{-1}$ की कोणीय चाल से घुमाया जाता है। यदि गोले का अपनी स्पर्शरेखा के सापेक्ष जड़त्वाघूर्ण, व्यास के सापेक्ष इसके कोणीय संवेग का $\mathrm{x} \times 10^{-2}$ गुना है। तो $\mathrm{x}$ का मान_____________होगा।
यदि बल आघूर्ण का मान शून्य हो, तब
एकसमान भार की एक चकती, अपने तल के लम्बवत् तथा केन्द्र से गुजरने वाली अक्ष के परित: नियत कोणीय वेग $ \omega $ से घूम रही है, माना कि इसका कोणीय संवेग $ L $ है। पिघली हुई प्लास्टिक की एक बूँद चकती पर गिरकर चिपक जाती है। तो क्या नियत रहेगा