एक $\mathrm{m}$ द्रव्यमान का कण क्षैतिज से $30^{\circ}$ के कोण पर ' $u$ ' वेग से प्रक्षेपित किया जाता है। जब कण अपनी अधिकतम ऊँचाई पर $h$ पर हो तो प्रक्षेपण बिन्दु के परित: प्रक्षेप्य का कोणीय संवेग का परिमाण है :
$\frac{\sqrt{3}}{16} \frac{\mathrm{mu}^3}{\mathrm{~g}}$
$\frac{\sqrt{3}}{2} \frac{m u^2}{g}$
$\frac{m u^3}{\sqrt{2} g}$
zero
$1\,kg$ के पिण्ड का स्थिति सदिश $\overrightarrow{ r }=(3 \hat{ i }-\hat{ j }) m$ है तथा इसका वेग $\overrightarrow{ v }=(3 \hat{ j }+ k ) ms ^{-1}$ है। इसके कोणीय संवेग का मान $\sqrt{ x } Nm$ है तब $x$ होगा
एक लोलक (pendulum), द्रव्यमान $m=0.1 kg$ के एक गोलक ($bob$) और लम्बाई $L=1.0 m$ के एक द्रव्यमानरहित (massless) तथा न खींचने वाले (inextensible) धागे से बना है। यह एक घर्षणहीन क्षैतिज फर्श (floor) से $H=0.9 m$ की ऊँचाई पर एक स्थिर बिन्दु से लटका हुआ है। आरंभ में गोलक, फर्श पर निलंबन बिन्दु (point of suspension) से ठीक ऊर्ध्वाधर नीचे स्थिरावस्था में है। किसी क्षण, गोलक को $P=0.2 kg - m / s$ का एक क्षैतिज आवेग (impulse) प्रदान किया जाता है। इस कारण कुछ दूरी तक फिसलने के बाद, गोलक सतह से ऊपर उठ जाता है और धागा तन जाता है (becomes taut) । गोलक के सतह से उठने के तुरंत पहले, निलंबन बिन्दु के सापेक्ष, लोलक का कोणीय संवेग (angular momentum) $J kg-m^2 / s$ है। सतह से उठने के तुरंत बाद लोलक की गतिज ऊर्जा $K$ Joules है।
($1$) $J$ का मान. . . . है।
($2$) $K$ का मान. . . . . है।
दिये गए सवाल का जवाब दीजिये ($1$) और ($2$)
एक पंखे का जड़त्व आघूर्ण $0.6$ किग्रा मीटर$^2$ है तथा यह $0.5$ चक्र/सैकण्ड की चाल शीघ्र ही प्राप्त कर लेता है। इस पंखे का कोणीय संवेग होगा
द्रव्यमान $'m'$ का कोई कण किसी प्रक्षेप पथ पर समय $'t'$ में गतिमान है जिसे इस प्रकार दर्शाया गया है।
$\overrightarrow{ r }=10\; \alpha t ^{2} \hat{ i }+5\; \beta( t -5) \hat{ j }$
यहाँ $\alpha$ और $\beta$ विमीय स्थिरांक है।
इस कण का कोणीय संवेग $t =0$ पर कोणीय संवेग के बराबर तब होगा जब $t =\dots$ सेकण्ड है।
एक कण, जिसके स्थिति सदिश $r$ के $x, y, z$ अक्षों के अनुदिश अवयव क्रमशः $x, y, z$ हैं, और रेखीय संवेग सदिश $P$ के अवयव $p_{x}, p_{y}, p_{z}$ हैं, के कोणीय संवेग $1$ के अक्षों के अनुदिश अवयव ज्ञात कीजिए। दर्शाइये, कि यदि कण केवल $x-y$ तल में ही गतिमान हो तो कोणीय संवेग का केवल $z-$ अवयव ही होता है।