$27\, mW$ के एक लेसर किरणपुंज के अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $10\, mm ^{2}$ है। इस विधुत चुम्बकीय तरंग के महत्तम वैधुत क्षेत्र का परिमाण .......$kV/m$ होगा। (दिया है निर्वात की विधुतशीलता $\epsilon_{0}=9 \times 10^{-12}\, SI$ मात्रक में प्रकाश की चाल $\left.c =3 \times 10^{8} \,m / s \right]:-$
$2$
$0.7$
$1$
$1.4$
एक समतल विधुत-चुम्बकीय तरंग के विधुत क्षेत्र
$\overrightarrow{ E }= E _{0}(\hat{ x }+\hat{ y }) \sin ( kz -\omega t )$ है । इसका चुम्बकीय क्षेत्र होगा ।
वायु में $x$-अक्ष के अनुदिश चल रही प्रकाश तरंग की समीकरण $E _{ y }=540 \sin \pi \times 10^4( x - ct ) Vm ^{-1}$ है तो वैद्युतचुम्बकीय तरंग क चुम्बकीय क्षेत्र का शिखर मान $......... \times 10^{-7}\,T$ होगा। (दिया है, $c =3 \times 10^8 ms ^{-1}$ )
विद्युत चुम्बकीय तरंग के कम्पित विद्युत एवं चुम्बकीय सदिश निर्देशित होते हैं
एक विद्युत-चुम्बकीय तरंग का संचरण $z-$अक्ष के समानान्तर होती है। स्थिति एवं समय परिवर्ती क्षेत्रों (Fields) का कौनसा जोड़ा इस तरंग को उत्पन्न करता है, स्थिति
यदि निर्वात में विद्युत चुम्बकीय तरंगों के विद्युत क्षेत्र तथा संचरण सदिश को $\overrightarrow{\mathrm{E}}$ एवं $\overrightarrow{\mathrm{K}}$ से प्रदर्शित किया हो, तो चुम्बकीय क्षेत्र सदिश है ( $\omega$ - कोणीय आवृत्ति):