एक विद्युत बल्ब पर $200\,W$ अंकित है। $4\,m$ दूरी पर बल्ब से आने वाले विकिरण के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का अधिकतम मान $....... \times 10^{-8}\,T$ होगा। बल्ब को एक बिन्दु स्त्रोत मानिए जिसकी दक्षता $3.5 \%$ है।
$1.19$
$1.71$
$0.84$
$3.36$
एक समतल वैद्युत चुम्बकीय तरंग में समाहित दोलनीकृत चुम्बकीय क्षेत्र $B _{ y }=5 \times 10^{-6} \sin 1000 \pi\left(5 x -4 \times 10^8 t \right) T$ द्वारा निरूपित है। विद्युत क्षेत्र का आयाम होगा।
आवृत्ति $1 \times 10^{14}$ हर्टज की एक विद्युत चुम्बकीय तरंग $z$ - अक्ष पर संचरण कर रही है। विद्युत क्षेत्र का आयाम $4 \;V / m$ है। यदि $\varepsilon_{ o }=8.8 \times 10^{-12}\; C ^{2} / N - m ^{2}$, तब विद्युत क्षेत्र का औसत ऊर्जा घनत्व होगा
$\lambda$ तरंगदैर्ध्य की एक समतल विद्युत चुम्बकीय तरंग की तीव्रता $I$ है। यह धनात्मक $Y$-दिशा में गमन कर रही है। विद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र के लिये दिये गये मान्य सम्बन्ध हैं
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र $E =50 \sin \left(500 x -10 \times 10^{10} t \right)\, V / m$ दिया गया है। माध्यम में विधुतचुम्बकीय तरंग का वेग है।
(दिया है $C =$ निर्वात में प्रकाश की चाल)
एक समतल वैध्यूतचुंबकीय तरंग निर्वात में $z$ -अक्ष के अनुदिश चल रही है। इसके विध्यूत तथा चुंबकीय क्षेत्रों के सदिश की दिशा के बारे में आप क्या कहेंगे? यदि तरंग की आवृत्ति $30\, MHz$ हो तो उसकी तरंगदैर्ध्य कितनी होगी?