यदि निर्वात में विद्युत चुम्बकीय तरंगों के विद्युत क्षेत्र तथा संचरण सदिश को $\overrightarrow{\mathrm{E}}$ एवं $\overrightarrow{\mathrm{K}}$ से प्रदर्शित किया हो, तो चुम्बकीय क्षेत्र सदिश है ( $\omega$ - कोणीय आवृत्ति):
$\frac{1}{\omega}(\overrightarrow{ K } \times \overrightarrow{ E })$
$\omega(\vec{E} \times \vec{K})$
$\omega(\overrightarrow{ K } \times \overrightarrow{ E })$
$\overrightarrow{ K } \times \overrightarrow{ E }$
यदि निर्वात में विद्युत चुम्बकीय तरंग की चाल $c$ है, तो $K$ परावैद्युतांक एवं ${\mu _r}$ आपेक्षिक चुम्बकशीलता वाले माध्यम में इसकी चाल होगी
एक समतल विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र $5 \times 10^{10} \mathrm{~Hz}$ आवृत्ति तथा $50 \mathrm{Vm}^{-1}$ आयाम के ज्या वक्रीय दोलन करता है। तरंग के विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र का कुल औसत ऊर्जा घनत्व है :
[दिया है, $\varepsilon_0=8.85 \times 10^{-12} \mathrm{C}^2 / \mathrm{Nm}^2$ ]
अपवर्तनांक $1.5$ की एक काँच की पट्टी पर प्रकाश किरण अभिलम्बवत् आपतित होती है। यदि $4\, \%$ प्रकाश परावर्तित होती है तथा आपतित प्रकाश के वैधुत क्षेत्र का आयाम $30 \,V / m$ है तो, काँच के माध्यम में चलने वाली तरंग के विधुत क्षेत्र का आयाम $........\,V/m$ होगा।
कोई $3\, GHz$ आवत्ति की विधुत चुम्बकीय तरंग निर्वात से किसी परावैधुत माध्यम जिसकी सापेक्षिक विधुतशीलता $2.25$ है में प्रवेश करती है। इस माध्यम में इस तरंग की तरंगदैर्ध्य $.......\,\times 10^{-2}\, cm$ होगी।
$1000\, W$ के बल्ब द्वारा उत्त्सर्जित कोई विकिरण $2\, m$ दूरी पर स्थित किसी बिन्दु $P$ पर कोई विधुत क्षेत्र और चुम्बकीय क्षेत्र उत्पत्र करता है। इस बल्ब की दक्षता $1.25\, \%$ है। बिन्दु $P$ पर शिखर विधुत क्षेत्र का मान $x \times 10^{-1} \,V / m$ है तो $x$ का मान $......$ होगा।
$\left[\varepsilon_{0}=8.85 \times 10^{-12}\, C ^{2} \,N ^{-1}\, m ^{-2}\right.$ और $c =3 \times 10^{8} \,ms ^{-1}$ लीजिए ।] (निकटतम संभावित पूर्णांक तक)