एक दंड चुम्बक की लम्बाई  $ 10 $ सेमी तथा ध्रुव प्राबल्य $10^{-3}$ वेबर है। उसे एक चुम्बकीय क्षेत्र जिसका कि चुम्बकीय प्रेरण $(B) $  $4\pi  \times {10^{ - 3}}$ टेसला है की दिशा में $30°$  का कोण बनाते हुए रखा जाता है । चुम्बक पर लगने वाले बल आघूर्ण का मान होगा

  • A

    $2\pi \times {10^{ - 7}}\,N \times m$

  • B

    $2\pi \times {10^{ - 5}}\,N \times m$

  • C

    $0.5\,N \times m$

  • D

    $0.5 \times {10^2}\,N \times m$

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चुम्बकीय बल रेखायें

चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता की परिभाषा है

$10^4\,J/T$ जूल प्रति टेसला चुम्बकीय आघूर्ण का एक छड़ चुम्बक क्षैतिज तल में स्वतंत्रतापूर्वक घूम सकता है $4×10^{-5}\, T$ टेसला के क्षैतिज चुम्बकीय क्षेत्र में इस छड़ चुम्बक को क्षेत्र की समानान्तर दिशा में  $ 60°$ कोण तक घुमाने हेतु किए गए कार्य का मान .....$J$ होगा

$M, $ चुम्बकीय आघूर्ण के एक छोटे से चुम्बकीय द्विधुव के कारण निरक्षीय रेखा पर केन्द्र से $ r$  दूरी पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र होता है ($M.K.S. $ पद्धति में)

किसी बन्द पृष्ठ से गुजरने वाला परिणामी चुम्बकीय फ्लक्स है :

  • [NEET 2023]