इलेक्ट्रॉनों का एक किरण समूह परस्पर लम्बवत विद्युत ओर चुम्बकीय क्षेत्रों में से अविक्षिप्त चला जाता है। यदि विद्युत क्षेत्र को बन्द कर दिया जाये ओर चुम्बकीय क्षेत्र को अपरिवर्तित रखा जाये तो इलेक्ट्रॉनों का चलन होगा

  • [AIPMT 2007]
  • A

    एक दीर्घवृत्तीय कक्षा में

  • B

    एक वृत्तीय कक्षा में

  • C

    एक परवलयिक पथ में

  • D

    एक सीधी रेखा में

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  • [AIIMS 2004]

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दो कथन निम्नलिखित है : एक कथन $(A)$ तथा दूसरा कारण $(R)$ है।

कथन $(A)$: एक गतिशील आवेश कण की चाल तथा ऊर्जा एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में नियत बनी रहती है।

कारण $(R)$ : एक गतिशील आवेश कण गति की दिशा के लम्बवत चुम्बकीय बल अनुभव करता है।

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  • [JEE MAIN 2016]

यदि चुंबकीय क्षेत्र धनात्मक $y$ -अक्ष के समान्तर है तथा आवेशित कण धनात्मक $x$ -अक्ष के अनुदिश गतिमान है ( चित्र देखिए ), तो लोरेंज बल किस ओर लगेगा जबकि गतिमान कण $(a)$ इलेक्ट्रॉन ( ऋण आवेश) $(b)$ प्रोटॉन (धन आवेश) है।