$2 \,kg$ द्रव्यमान के एक पिण्ड को ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर $2\,m\,{\sec ^{ - 1}}$ के वेग से फेंका जाता है, तो पृथ्वी से टकराने के ठीक पहले इसकी गतिज ऊर्जा .............. $\mathrm{J}$ है
$2$
$1$
$4$
$8$
$5 \mathrm{~kg}$ द्रव्यमान का कोई पिण्ड, $10 \mathrm{~kg} \mathrm{~ms}^{-1}$ के संवेग से गति कर रहा है। अब, इस पर $2 \mathrm{~N}$ का बल, इसकी गति की दिशा में $5 \mathrm{~s}$ के लिए आरोपित होता है। पिण्ड की गतिज ऊर्जा में हुई वृद्धि____________$\mathrm{J}$ है।
एक हल्के एवं भारी पिण्ड की गतिज ऊर्जायें समान हैं, तो किसका संवेग अधिक होगा
किसी वस्तु पर एक नियत परिमाण का बल आरोपित होता है जो हमेशा वस्तु के वेग के लम्बवत् होता है। वस्तु एक समतल में गति कर रही है इससे स्पष्ट है कि
एक कण को $h$ ऊँचाई से गिराया जाता है। कण को एक नियत क्षैतिज वेग प्रदान किया जाता है। यदि $g$ का मान प्रत्येक स्थान पर नियत रहे, तब कण की गतिज ऊर्जा $E$ तथा समय $t$ के बीच का सही ग्राफ होगा
$12$ किग्रा का एक बम विस्फोट के पश्चात् $4$ किग्रा व $8$ किग्रा के दो भागों में विभक्त हो जाता हैं। $8$ किग्रा के पिण्ड का वेग $6 $ मी/सै है। दूसरे पिण्ड की गतिज ऊर्जा .......... $\mathrm{J}$ होगी