बिना तानित लम्बाई $l$ की एक कमानी से एक द्रव्यमान $m$ इस प्रकार है कि इसका एक सिरा एक दृढ़ आधार पर बँधा है। यह मानते हुये कि कमानी एक एकसमान तार से बनी है, इसमें गतिज ऊर्जा होगी यदि इसका स्वतन्त्र सिरा एकसमान वेग $v$ से खींचा जाए
$\frac {1}{2}\,mv^2$
$mv^2$
$\frac {1}{3}\,mv^2$
$\frac {1}{6}\,mv^2$
चित्रानुसार दो भिन्न सतहों $A B$ व $C D$ पर समान वृत्ताकार चक्रिकाएं (डिस्क) $A$ तथा $C$ से क्रमशः $v_1$ तथा $v_2$ प्रारम्भिक रेखीय वेगों से बिना फिसलते हुए लुढ़कना शूरू करती हैं तथा सदैव सतहों के संपर्क में रहती है। यदि $B$ तथा $D$ बिन्दुओं पर पहुँचकर दोनों चक्रिकाओं के रेखीय वेग बराबर हैं तथा $v _1=3 m / s$ है, तब $m / s$ में $v _2$ का मान है। $\left( g =10 m / s ^2\right)$
एक कार विराम से $\mathrm{um} / \mathrm{s}$ तक त्वरित होती है। इस प्रक्रिया में व्यय ऊर्जा $\mathrm{E}$ जूल है। कार को $\mathrm{um} / \mathrm{s}$ से $2 \mathrm{um} / \mathrm{s}$ तक त्वरित होने के लिए आवश्यक ऊर्जा $\mathrm{nE}$ जूल है। $\mathrm{n}$ का मान_____________है।
एक क्रिकेट की गेंद क्षैतिज से $30°$ का कोण बनाते हुये गतिज ऊर्जा $K$ से फेंकी जाती है। इसकी उच्चतम बिन्दु पर गतिज ऊर्जा होगी
$5 \mathrm{~kg}$ द्रव्यमान का कोई पिण्ड, $10 \mathrm{~kg} \mathrm{~ms}^{-1}$ के संवेग से गति कर रहा है। अब, इस पर $2 \mathrm{~N}$ का बल, इसकी गति की दिशा में $5 \mathrm{~s}$ के लिए आरोपित होता है। पिण्ड की गतिज ऊर्जा में हुई वृद्धि____________$\mathrm{J}$ है।
चिकनी सतह पर क्षैतिज दिशा में $40$ मी./से. की चाल से गतिशील एक ब्लाक दो भागों में टूटता है जिनके द्रव्यमानों का अनुपात $1: 2$ होता है। यदि छोटा भाग $60$ मी./से. से गति करता हो, तो गतिज ऊर्जा में भिन्नात्मक परिवर्तन होगा।