एक $m$ द्रव्यमान को वस्तु का पृथ्वी तल से पृथ्वी की त्रिज्या $\left(\mathrm{R}_{\mathrm{e}}\right)$ के दोगुने के बराबर ऊँचाई $\mathrm{h}$ तक ले जाया गया है, स्थितिज ऊर्जा में हुई वृद्धि होगी ( $\mathrm{g}=$ पृथ्वीतल पर गुरूत्वीय त्वरण)

  • [JEE MAIN 2023]
  • A

    $3 mgR$

  • B

    $\frac{1}{3} mgR _{ e }$

  • C

    $\frac{2}{3} mgR _{ e }$

  • D

    $\frac{1}{2} mgR _{ e }$

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पृथ्वी तल से एक प्रक्षेप्य को आकाश में ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर $kv{_e}$ वेग से प्रक्षेपित किया जाता है (यहाँ ${v_e}$पलायन वेग है, एवं $k < 1$)। यदि वायु घर्षण को नगण्य मानें तो प्रक्षेप्य पृथ्वी के केन्द्र से कितनी अधिकतम ऊँचार्इ तक पहँुचेगा (R = पृथ्वी की त्रिज्या)

एक तुल्यकाली उपग्रह पृथ्वी तल से $6R$ ऊँचाई पर पृथ्वी के चक्कर लगा रहा है, जहाँ $R$ पृथ्व की त्रिज्या है। एक अन्य उपग्रह का परिक्रमण काल क्या होगा जो पृथ्वी तल से $2.5R$ ऊँचाई  पर चक्कर लगा रहा है

दूर अन्तरिक्ष में  ${M_0}$ द्रव्यमान तथा ${D_0}$ व्यास का एक गोलीय ग्रह है।  m द्रव्यमान का एक कण इस ग्रह के पास स्वतंत्र रूप से गिरता है, तो कण में गुरुत्व के कारण त्वरण होगा

विषुवत रेखा पर स्थित किसी वस्तु के भारहीन प्रतीत होने के लिये पृथ्वी की कोणीय चाल क्या होनी चाहिये

$(g = 10\,m/{s^2},\,\,R = 6400\,km)$

दो ग्रह सूर्य का चक्कर लगा रहे हैं। परिक्रमण काल एवं माध्य कक्षीय त्रिज्यायें क्रमश: ${T_1},\,{T_2}$ तथा ${r_1},\,{r_2}$ हैं। अनुपात${T_1}/{T_2}$ का मान है