एक कार पूर्व से $45^o $ कोण पर उत्तर की ओर $6$ किमी चलती है तथा फिर पूर्व से $135^o $ कोण पर उत्तर की ओर $4$ किमी. दूरी तक चलती है। प्रारम्भिक बिन्दु से कार कितनी दूरी पर है। प्रारम्भिक तथा अन्तिम स्थिति को जोड़ने वाली रेखा पूर्व दिशा से क्या कोण बनायेगी
$\sqrt {50} \,km$ तथा ${\tan ^{ - 1}}(5)$
$10 \,km$ तथा ${\tan ^{ - 1}}(\sqrt 5 )$
$\sqrt {52} \,km$ तथा ${\tan ^{ - 1}}(5)$
$\sqrt {52} \,km$ तथा ${\tan ^{ - 1}}(\sqrt 5 )$
एक कार विरामावस्था से प्रारम्भ करती है तथा $5$ मी.$/$से.$^2$ से त्वरित होती है। $\mathrm{t}=4$ सेकण्ड पर कार में बैठे व्यक्ति द्वारा एक गेंद खिड़की के बाहर गिरायी जाती है। $\mathrm{t}=6$ सेकण्ड पर गेंद का वेग तथा त्वरण क्या होता है ? (दिया है : $\mathrm{g}=10$ मी./से. ${ }^{2}$ )
निम्नलिखित में से प्रत्येक कथन को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा कारण एवं उदाहरण सहित बताइए कि क्या यह सत्य है या असत्य :
अदिश वह राशि है जो
$(a)$ किसी प्रक्रिया में संरक्षित रहती है,
$(b)$ कभी ऋणात्मक नहीं होती,
$(c)$ विमाहीन होती है,
$(d)$ किसी स्थान पर एक बिंदु से दूसरे बिंदु के बीच नहीं बदलती,
$(e)$ उन सभी दर्शकों के लिए एक ही मान रखती है चाहे अक्षों से उनके अभिविन्यास भिन्न-भिन्न क्यों न हों ।
समय $t =0$ पर एक कण बिन्दु $(2.0 \hat{ i }+4.0 \hat{ j }) \,m$ से, आरम्भिक वेग $(5.0 \hat{ i }+4.0 \hat{ j }) \,ms ^{-1}$ से, गतिशील है। यह एक स्थिर त्वरण $(4.0 \hat{ i }+4.0 \hat{ j }) \,ms ^{-2}$ उत्पन्न करने वाले एक स्थिर बल के प्रभाव में चलता है। समय $2 \,s$ पर कण की मूल बिन्दु से दूरी क्या होगी ?
समय $t =0$ पर प्रारम्भिक वेग $5\, \hat{j} ms ^{-1}$ के साथ मूलबिन्दु से एक कण $x - y$ तल में $(10 \hat{ i }+4 \hat{ j })\, ms ^{-2}$ नियत त्वरण से गति करना प्रारम्भ करता है। समय $t$ पर इसके निर्देशांक $\left(20 \,m , y _{0} \,m \right)$ है। $t$ व $y _{0}$ के मान क्रमशः है।