­x­-अक्ष पर प्रत्येक बिन्दुओं $x = {x_0},\,x = 3{x_0},\,x = 5{x_0}$.....$\infty$ पर आवेश q रखा है एवं बिन्दुओं $x = 2{x_0},\,x = 4{x_0},x = 6{x_0}$, …$\infty$ पर दूसरा आवेश -q रखा है, यहाँ ${x_0}$ धनात्मक नियतांक है। यदि किसी आवेश $Q$ से $r$ दूरी पर विभव का मान $Q/(4\pi {\varepsilon _0}r)$ हो तो उपरोक्त आवेशों के निकाय के कारण मूल बिन्दु पर विभव होगा

  • [IIT 1998]
  • A

    0

  • B

    $\frac{q}{{8\pi {\varepsilon _0}{x_0}\ln 2}}$

  • C

    $\infty $

  • D

    $\frac{{q\ln 2}}{{4\pi {\varepsilon _0}{x_0}}}$

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निम्न चित्र में प्रदर्शित दो समान्तर धात्विक प्लेटों के विभव अलग अलग हैं। यदि एक इलेक्ट्रॉन को प्लेटों के मध्य छोड़ दिया जाये तो यह गति करेगा

त्रिज्या $R$ आवेशित धात्विक पतले खोल के केन्द्र से त्रिज्या दूरी $r$ के साथ स्थिर विधुत विभव के विचरण को दर्शाने वाला ग्राफ है

  • [NEET 2020]

तांबे के गोलीय उदासीन कण की त्रिज्या $10 \,nm \left(1 \,nm =10^{-9} \,m \right)$ है। एक समय पर एक इलेक्ट्रॉन दे कर धीरे-धीरे इस कण पर विभव आरोपित करके आवेशित करते है। कण पर कुल आवेश तथा आरोपित विभव के मध्य आरेख निम्न होगा।

  • [KVPY 2019]

दो आवेश $12\,\mu C$ एवं $ - 6\,\mu C$, वायु में एक दूसरे से $20$ सेमी.  की दूरी पर रखे हैं। आवेशों को जोड़ने वाली रेखा पर आवेशों के बाहर किसी बिन्दु $P$ पर यदि परिणामी विभव शून्य है तो बिन्दु $P$ की $ - 6\,\mu C$ आवेश से दूरी ....मीटर होगी

$9 \times 10^{-13} \mathrm{~cm}$ त्रिज्या के एक परमाणु नाभिक $(\mathrm{z}=50)$ के पृष्ठ पर वैद्युत विभव . . . . . . . .  $\times 10^6 \hat{V}$ है।

  • [JEE MAIN 2024]