$5$ कूलॉम्ब के एक आवेश को जब एकसमान विद्युत क्षेत्र में रखते हैं तो उस पर $5000\,N$ बल लगता है। दो बिन्दु जो एक-दूसरे से $1\,cm$ की दूरी पर हैं, .......वोल्ट के बीच विभवान्तर होगा

  • A

    $10$ 

  • B

    $250\,$ 

  • C

    $1000$

  • D

    $2500$

Similar Questions

वैद्युत विभव एवं दूरी $(x)$ के बीच सम्बन्ध को निम्न रूप में दर्शाया गया है $V = (5{x^2} + 10x - 9)\,$वोल्ट। $x = 1$ मीटर पर वैद्युत क्षेत्र का मान .......$V/m$ होगा

एक आवेशित गोल गेंद के अन्दर स्थिर विध्युत विभव $\phi=a r^{2}+b$ से दिया जाता है, जहाँ $r$ केन्द्र से दूरी हैं $a, b$ स्थिरांक है। तब गेंद के अन्दर आवेश घनत्व हैं:

  • [AIEEE 2011]

निम्नांकित चित्र एकसमान विद्युत क्षेत्र $\overrightarrow E $ में बिन्दुओं $A$, $B$ व $C$ की स्थितियाँ दर्शाता है। रेखा $AB$ विद्युत क्षेत्र रेखाओं के लम्बवत् तथा रेखा $BC$ विद्युत क्षेत्र रेखाओं के समान्तर है। तब निम्नलिखित में से कौन सही है जहाँ ${V_A} > {V_B}$ तथा ${V_C}$ क्रमश: बिन्दु $A$, $B$ तथा $C$ पर विद्युत विभव प्रदर्शित करते हैं

$1000\, V$ विभवान्तर तथा एक दूसरे से $2$ मिमी. दूर स्थित दो क्षैतिज प्लेटों के बीच एक इलेक्ट्रॉन प्रवेश करता है। इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला बल है

$0.01 m$ की दूरी द्वारा पृथक्कृत दो बड़ी वृत्तीय चकतियों को चित्र में दर्शाए अनुसार एक स्विच द्वारा एक बैटरी से संयोजित किया जाता है। घनत्व $900 kg m ^{-3}$ की आवेशित तेल की बूँदों को शीर्ष चकती के केन्द्र पर एक महिन छिद्र से छोड़ा जाता है। जब कुछ तेल की बूँदें टर्मिनल वेग प्राप्त करती है, तब चकतियों के सिरों पर $200 V$ की वोल्टता आरोपित करके स्विच को बन्द किया जाता है। जिसके परिणामस्वरूप, त्रिज्या $8 \times 10^{-7} m$ की तेल की एक बूँद ऊर्ध्वाधर रूप से गति करना बन्द कर देती है तथा चकतियों के मध्य तैरती है। इस तेल की बूँद में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या. . . . .  . है। (उत्प्लावन बल को नगण्य माने, गुरूत्वीय त्वरण $=10 ms ^{-2}$ तथा इलेक्ट्रॉन ($e$) पर आवेश $=1.6 \times 10^{-19} C$ लें)

  • [IIT 2020]