$1000\, V$ विभवान्तर तथा एक दूसरे से $2$ मिमी. दूर स्थित दो क्षैतिज प्लेटों के बीच एक इलेक्ट्रॉन प्रवेश करता है। इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला बल है
$8 \times {10^{ - 12}}\,\, N$
$8 \times {10^{ - 14}}\,\, N$
$8 \times {10^9}\,\, N$
$8 \times {10^{14}}\,\, N$
किसी बिन्दु $( x , y , z )$ (मीटर में) पर विधुत विभव, $V =4 x ^{2}$ वोल्ट है। बिन्दु (1,0,2) पर विधुत क्षेत्र वोल्ट प्रति मी. में होगा:
$0.01 m$ की दूरी द्वारा पृथक्कृत दो बड़ी वृत्तीय चकतियों को चित्र में दर्शाए अनुसार एक स्विच द्वारा एक बैटरी से संयोजित किया जाता है। घनत्व $900 kg m ^{-3}$ की आवेशित तेल की बूँदों को शीर्ष चकती के केन्द्र पर एक महिन छिद्र से छोड़ा जाता है। जब कुछ तेल की बूँदें टर्मिनल वेग प्राप्त करती है, तब चकतियों के सिरों पर $200 V$ की वोल्टता आरोपित करके स्विच को बन्द किया जाता है। जिसके परिणामस्वरूप, त्रिज्या $8 \times 10^{-7} m$ की तेल की एक बूँद ऊर्ध्वाधर रूप से गति करना बन्द कर देती है तथा चकतियों के मध्य तैरती है। इस तेल की बूँद में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या. . . . . . है। (उत्प्लावन बल को नगण्य माने, गुरूत्वीय त्वरण $=10 ms ^{-2}$ तथा इलेक्ट्रॉन ($e$) पर आवेश $=1.6 \times 10^{-19} C$ लें)
किसी भी बिन्दु $x,\,y,\,z$ (सभी मीटरों में) विद्युत विभव $V = 4{x^2}\,$ वोल्ट द्वारा दिया जाता है। बिन्दु $(1m,\,0,\,2m)$ पर विद्युत क्षेत्र वोल्ट/मीटर होगा
यदि किसी क्षेत्र में विभव (वोल्ट में) $V ( x , y , z )=6 xy -y +2 yz ,$ से निर्दिप्ट किया जाये तो बिन्दु $(1,1,0)$ पर विधुत क्षेत्र $(N/C$ में$)$ है :
दो प्लेटों के बीच का अन्तर $2\,cm$ है, $10$ वोल्ट का विद्युत विभवान्तर दोनों प्लेटों के बीच लगाया गया है, तो विद्युत क्षेत्र का मान बताइये.......$N/C$