एक क्रिकेट की गेंद क्षैतिज से $30°$ का कोण बनाते हुये गतिज ऊर्जा $K$ से फेंकी जाती है। इसकी उच्चतम बिन्दु पर गतिज ऊर्जा होगी
शून्य
$K/4$
$K/2$
$3K/4$
एक कण क्षैतिज वृत्त में अचर चाल से गति करता है, तो इसके लिये अचर होगा
एक स्थिर कण ${m_1}$ व ${m_2}$ द्रव्यमानों के दो कणों में विस्फोटित हो जाता है। ये द्रव्यमान विपरीत दिशाओं में ${v_1}$व ${v_2}$ की चाल से गतिमान हो जाते हैं। इनकी गतिज ऊर्जाओं का अनुपात ${E_1}/{E_2}$ है
$2$ किग्रा द्रव्यमान की एक गेंद तथा $4$ किग्रा द्रव्यमान की एक अन्य गेंद को $60$ फीट ऊँची इमारत से एक साथ गिराया जाता है। पृथ्वी की ओर $30$ फीट गिरने के पश्चात् दोनों गेंदों की गतिज ऊर्जाओं का अनुपात होगा
यदि किसी वस्तु का वेग इसके प्रारम्भिक वेग का दोगुना हो जाये, तो उसकी गतिज ऊर्जा होगी
कार की चाल को तीन गुना करने पर इसे रोकने के लिए दूरी को करना पड़ेगा