लकड़ी का एक घनाकार गुटका (प्रत्येक भुजा $10 \,cm$) जल-तेल संपर्क सतह पर चित्रानुसार तैर रहा है। इसका निचला तल क्षैतिज है व संपर्क सतह से $4\, cm$ नीचे है। तेल का घनत्व $0.6gmc{m^{ - 1}}$ है तो लकड़ी के गुटके का द्रव्यमान ...... $gm$ होगा
$706$
$607$
$760$
$670$
किसी गेंद का घनत्व $0.4 × 10^3 kg/m^3$ है। यदि यह गेंद $9 cm$ ऊँचाई से जल में गिरायी जाती है, तो वह ........ $cm$ गहराई तक जाएगी
धातु के दो टुकड़े जल में डुबोने पर उन पर समान उत्प्लावन बल लगता है तो
किसी पात्र में पारे (घनत्व $ = 13.6 gm/cm^3$) के ऊपर तेल (घनत्व $= 0.8 gm/cm^3$) भरा है। एक समांगी गोला इसमें इस प्रकार तैर रहा है कि उसका आधा आयतन पारे व आधा तेल में डूबा है। गोले के पदार्थ का घनत्व $gm/cm^3$ में होगा
$D$ व्यास वाले किसी बेलनाकार पात्र में भरे हुए जल में $ d $ व्यास की एक मोमबत्ती $D $ $(D>>d)$ तैर रही है, जैसा कि चित्र में प्रदर्शित है। यदि मोमबत्ती के जलने की दर $2$ सेमी/घंटा हो, तब मोमबत्ती का शीर्ष भाग
एक एकसमान वेलन जिसकी लम्बाई $L$, द्रव्यमान $M$ तथा अनुप्रस्थ का क्षेत्रफल $A$ है, उर्ध्वाधर लम्बाई के सापेक्ष एक अचल बिन्दु से एक द्रव्यमानहीन स्प्रिंग द्वारा इस तरह लटक रहे हैं कि, साम्यावस्था में, इसका ठीक आधा भाग $\sigma$ घनत्व के किसी द्रव में डुब रहे हैं। साम्यावस्था में स्प्रिंग का विस्तार $x _{0}$ होगा