एक घनाकार आयतन सतहों $\mathrm{x}=0, \mathrm{x}=\mathrm{a}, \mathrm{y}=0$, $\mathrm{y}=\mathrm{a}, \mathrm{z}=0, \mathrm{z}=\mathrm{a}$ से परिबद्ध है। इस प्रभाग में विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{\mathrm{E}}=\mathrm{E}_0 \mathrm{x} \hat{\mathrm{i}}$ दिया गया है, जहाँ $\mathrm{E}_0=4 \times 10^4 \mathrm{NC}^{-1} \mathrm{~m}^{-1}$ है। यदि $\mathrm{a}=2 \mathrm{~cm}$ है तो घनाकार आयतन में परिबद्ध आवेश $\mathrm{Q} \times 10^{-14} \mathrm{C}$ है। $\mathrm{Q}$ का मान______________ है। $\left(\epsilon_0=9 \times 10^{-12} \mathrm{C}^2 / \mathrm{Nm}^2\right)$
$280$
$250$
$260$
$288$
मुक्त आकाश के एक क्षेत्र में विद्युत क्षेत्र दिया जाता हैं $\overrightarrow{ E }= E _{ o } \hat{i}+2 E _{ o } \hat{j}$ जहाँ $E _{0}=100 \;N / C$ । $Y - Z$ तल के समान्तर $0.02 \;m$ त्रिज्या के वृत्तीय पृष्ठ से गुजरने पर इस विद्युत क्षेत्र का फ्लक्स लगभग हैं :
$2.0\, \mu C$ का कोई बिंदु आवेश किसी किनारे पर $9.0 \,cm$ किनारे वाले किसी घनीय गाउसीय पृष्ठ के केंद्र पर स्थित है। पृष्ठ से गुजरने वाला नेट फ्लक्स क्या है?
पानी से भरे एक गोले के अन्दर एक विद्युत द्विध्रुव उत्तर-दक्षिण दिशा में रखा जाता है। कौनसा कथन सत्य है
चित्रानुसार एक अनंत लंवाई के एकसमान आवेशित सीधे तार, जिसका रैखिक आवेश घनत्व $\lambda$ है, को $y-z$ तल में $y$-अक्ष के समांतर $z=\frac{\sqrt{3}}{2} a$ दूरी पर रखा गया है। यदि इसके विधुत क्षेत्र का $x-y$ तल में स्थित मूल विंदु पर केन्द्रित $A B C D$ आयताकार सतह से होकर जाने वाला फ्लक्स ( $\varepsilon_0=$ परावैद्युतांक का परिमाण) $\frac{\lambda L }{ n \varepsilon_0}$ है. तब $n$ का मान है।
दो अनन्त समतल और समान्तर चादरों के बीच की दूरी $d$ है। उन पर बराबर एवं विपरीत आवेश का पृष्ठ घनत्व $\sigma $ है। चादरों के बीच में किसी बिन्दु पर वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता होगी