किसी निकाय द्वारा किया गया कार्य इसकी आन्तरिक ऊर्जा में कमी के बराबर है। निकाय के परिवर्तन का प्रकार है
समतापीय
रुद्धोष्म
समदाबीय
सम आयतनिक
एक काल्पनिक गैस, रूद्धोष्म प्रक्रम द्वारा इस प्रकार प्रसारित होती है कि इसका आयतन $8$ लीटर से $27$ लीटर हो जाता है। यदि गैस के अंतिम दाब एवं इसके प्रारम्भिक दाब का अनुपात $\frac{16}{81}$ है तो अनुपात $\frac{\mathrm{C}_{\mathrm{p}}}{\mathrm{C}_{\mathrm{V}}}$ होगा:
रुद्धोष्म प्रक्रम में होता है, नियत
रुद्धोष्म प्रसार में ताप को $T$ से $T_1$ तक परिवर्तित करने पर सम्पन्न कार्य होता है
दो मोल गैस के रुद्धोष्म प्रसार में उसकी आन्तरिक ऊर्जा में $100 $ जूल का हृास हुआ । इस प्रक्रिया में गैस द्वारा किया गया कार्य ..... $J$ (जूल) है
गैस में रुद्धोष्म परिवर्तन में किया गया कार्य सिर्फ निर्भर करता है