एक ही गैस $(\gamma = 3/2)$ के तीन नमूनों $A, B$ एवं $C$ के प्रारंभिक आयतन समान हैं। अब प्रत्येक नमूने का आयतन दोगुना कर दिया जाता है, $A$ के लिए प्रक्रम रुद्धोष्म, $B$ के लिए समदाबी एवं $C$ के लिए समतापी है। यदि तीनों नमूनों के अन्तिम ताप समान हैं, तब इनके प्रारम्भिक दाबों का अनुपात होगा
$2\sqrt 2 \,\,:\,\,2\,\,:\,\,1$
$2\sqrt 2 \,\,:\,\,1\,\,:\,\,2$
$\sqrt 2 \,\,:\,\,1\,\,:\,\,2$
$2\,\,:\,\,1\,\,:\,\,\sqrt 2 $
रुद्धोष्म प्रक्रम में होता है, नियत
एक इंजिन, $20^{\circ} C$ ताप एवं $1$ वायुमंडलीय दाब पर $5$ मोल हवा लेकर मूल आयतन का $\frac{1}{10}$ रूद्धोष्म रूप से संपीड़ित करता है। हवा को दृढ़ अणुओं से बना द्विपरमाण्विक आदर्श गैस मानते हुए इस प्रक्रिया में आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन $XKJ$ है। $X$ का मान निकटतम पूर्णांक में है
स्थिर दाब तथा स्थिर आयतन पर विशिष्ट ऊष्माओं $5/3$ अनुपात वाली एक आदर्श गैस का एक मोल रुद्धोष्म रीति से $6R$ जूल कार्य करता है। यदि गैस का आरम्भिक ताप $T\, K$ हो, तो इसका अन्तिम ताप होगा
किसी प्रक्रम में $dW$ किया गया कार्य तथा $dU$ आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन है। किस प्रक्रम के लिए $dW + dU = 0$ सत्य है
कोई एकल परमाणवीय गैस, दाब $P$ एवं आयतन $V$ पर रखी है, इसका आयतन का अचानक से, इसके वास्तविक आयतन के $1 / 8$ भाग तक संपीडन किया जाता है। स्थिर ऐनट्रापी पर अंतिम दाब का मान क्या होगा ?