किसी धातु के लिये विकृति तथा प्रतिबल के मध्य ग्राफ दर्शाया गया है। ग्राफ का वह भाग जिसमें हुक के नियम का पालन होता है, होगा
$OA$
$AB$
$BC$
$CD$
पीतल, स्टील व रबर के प्रतिबल-विकृति वक्र चित्र में प्रदर्शित हैं। रेखायें $A, B$ तथा $C$ क्रमश: प्रदर्शित करती हैं
उपरोक्त ग्राफ में बिन्दु $B$ दर्शाता है
एक छात्र किसी धातु के यंग प्रत्यास्थता गुणांक ज्ञात करने के प्रयोग के लिए प्रेक्षणों से ग्राफ खींचता है, किन्तु राशियों का निर्धारण करना भूल जाता है। $X$ तथा $Y$ अक्ष पर राशियाँ क्रमश: होंगी
चित्र में, पदार्थ $A$ व $B$ के लिए प्रतिबल-विकृति ग्राफ प्रदर्शित हैं। ग्राफ से हमें ज्ञात होता है कि
तीन विभिन्न पदार्थों के तारों का विकृति-प्रतिबल वक्र चित्र में दर्शाया गया है। $P, Q$ तथा $R$ उन तारों की प्रत्यास्थ सीमाएँ हैं। चित्र से ज्ञात होता है कि