$4.4$ 'प्रकाश वर्ष' का बड़ा चाप वत्त के केन्द्र पर '$4$ सेकन्ड' का कोण बनाता है। $8\, AU$ प्रति सेकन्ड की चाल से एक वस्तु को $4$ चक्कर पूरा करने में कितना समय लगेगा? दिया है: $1$ प्रकाश वर्ष $=9.46$ $\times\, 10^{15} \,m ; 1 \,AU =1.5 \times \,10^{11} \,m$
$4.1 \times 10^{8} \,{s}$
$4.5 \times 10^{10} \,{s}$
$3.5 \times 10^{6}\, {s}$
$7.2 \times 10^{8} \,{s}$
जब कोई कण एकसमान वृत्तीय गति करता है, तो उसमें होता है
क्या आप निम्नलिखित के साथ कोई सदिश संबद्ध कर सकते हैं : $(a)$ किसी लूप में मोड़ी गई तार की लंबाई, $(b)$ किसी समतल क्षेत्र, $(c)$ किसी गोले के साथ ? व्याख्या कीजिए।
एक छोटे गुटके को चित्र में दिखाए गये चार मार्गों के अनुदिश दागा जाता है। प्रत्येक मार्ग समान ऊँचाई तक उठा हुआ है। सभी स्थितियों में, मार्ग में प्रवेश करते समय गुटके का वेग समान है। किस स्थिति में मार्ग के उच्चतम बिन्दु पर अभिलम्ब प्रतिक्रिया अधिकतम है
एक पिण्ड $r$ त्रिज्या के वृत्त मे एक समान चाल $v$ से चक्कर लगा रहा है, तो स्पर्श रेखीय त्वरण होगा
एक छात्र एक रेम्प के ऊपर की ओर स्केटिंग करता है, जो क्षैतिज के साथ $30^{\circ}$ कोण बनाता है। वह $v _0$ चाल से रेम्प के आधार से प्रारम्भ (जैसा की चित्र में दिखाया गया है) होता/ होती है तथा $R$ त्रिज्या के एक अर्द्धवृत्तीय पथ $xyz$ के ऊपर घूमना चाहता/चाहती है जिसके दौरान वह धरातल से अधिकतम ऊँचाई $h$ (बिन्दु $y$ पर) पहुँचता/पहुँचती है जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। माना कि ऊर्जा हानि नगण्य है तथा उच्चतम बिन्दु पर इस घुमाव के लिए आवश्यक बल केवल उसके भार द्वारा प्रदान किया जाता है। तब ( $g$ गुरूत्वीय त्वरण है)
$(A)$ $v_0^2-2 g h=\frac{1}{2} g R$
$(B)$ $v_0^2-2 g h=\frac{\sqrt{3}}{2} g R$
$(C)$ बिन्द $x$ तथा $z$ पर आवश्यक अभिकेन्द्रीय बल शून्य है।
$(D)$ आवश्यक अभिकेन्द्रीय बल बिन्दु $x$ तथा $z$ पर अधिकतम है।