एक गांव को विधुत ऊर्जा प्रदान करने वाले नाभिकीय संयंत्र में एक $T$ वर्ष अर्द्ध-आयु के रेडियोधर्मी पदार्थ को ईंधन के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। प्रारम्भ में ईंधन की मात्रा इतनी है कि गाँव की सम्पूर्ण विधुत शक्ति की आवश्यकताऐं उस समय उपलब्ध विधुत शक्ति की $12.5 \%$ हैं। यदि यह संयंत्र गाँव की सम्पूर्ण ऊर्जा आवयश्यकताओं को अधिकतम $n T$ वर्षो के लिए पूरा कर सकता है। तब $n$ का मान है।
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$2$
$3$
$4$
एक रोगी के शरीर में रेडियोसक्रिय पदार्थ को प्रवेश कराके किसी विशेष स्थान पर एकत्रित कर लेते हैं। यह पदार्थ विद्युत-चुम्बकीय विकिरणों को उत्सर्जित करता है। इन विकिरणों को एक संसूचक (Detector) द्वारा विश्लेषित करते हैं। यह विधि किस जाँच (Diagonsis) उपकरण का आधार है
किसी समय पर $5 \mu Ci$ एक्टिवता के एक रेडियोएक्टिव नमूने (sample) $S_{1}$ में नाभिकों की संख्या एक दूसरे नमूने $S _{2}$, जिसकी एक्टिवता $10 \mu Ci$ है, के नाभिकों से दुगुनी है। $S_{1}$ एवं $S_{2}$ की अर्द्ध-आयुओं का मान होगा
${ }_{10}^{23} Ne$ का नाभिक, $\beta^{-}$ उत्सर्जन के साथ क्षयित होता है। इस $\beta^{-}$ -क्षय के लिए समीकरण लिखिए और उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा ज्ञात कीजिए।
$m\left({ }_{10}^{23} Ne \right)=22.994466 \,u$ $u ; m\left({ }_{11}^{23} Na \right)=22.089770\, u$
यदि किसी रेडियोएक्टिव परमाणु की अर्द्ध-आयु $2.3$ दिन है तो इसका क्षय नियतांक होगा
दो रेडियोधर्मी पदार्थो $A$ और $B$ के क्षय नियतांक क्रमश: $5 \lambda$ और $\lambda$ हैं। समय $t =0$ पर उनके नाभिकों की संख्याएँ समान हैं। किस समय अन्तराल के पश्चात $A$ और $B$ की संख्याओं का अनुपात $(1 / e )^{2}$ होगा?