एक समानान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता $C$ है। यदि संधारित्र की प्लेटों के मध्य की दूरी को दुगना करके कोई परावैद्युतांक माध्यम भर दिया जाता है। इस प्रकार प्राप्त संधारित्र की धारिता $2C$ है। माध्यम का परावैद्युतांक होगा
$2$
$1$
$4$
$8$
एक घर्षणहीन परावैद्युत पट्टी $S$ एक घर्षणरहित टेबिल $T$ पर एक आवेशित समान्तर-पट्ट संधारित्र $C$ (जिसकी प्लेटें घर्षणरहित हैं) के समीप रखी हैं। पट्टी $S$ दोनों प्लेटों के बीच है। जब पट्टी छोड़ दी जाती है, तो
एक संधारित्र को परावैद्युतांकों द्वारा चित्रानुसार भरा गया है। परिणामी धारिता होगी
समान्तर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के मध्य की दूरी $d$ और क्षेत्रफल $A$ है। इसकी प्लेटों के मध्य $k$ परावैद्युतांक के पदार्थ की $t$ की मोटाई वाली $(t < d)$ एक शीट रखी जाती है, इसकी धारिता हो जाती है
एक समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता $C$ है। यदि इसे $K_1$ व $K_2$ परावैद्युत स्थिरांक वाले दो पदार्थों की समान्तर परतों से बराबर-बराबर भरने पर इसकी धारिता $C_1$ हो तेा $C_1$ व $C$ का अनुपात है
एक समांतर पट्न संधारित्र परावैद्युतांक $10$ वाले माध्यम द्वारा भरा जाता है, इसको एक बैटरी से जोड़कर आवेशित किया जाता है। परावैद्युत पट्टिका को परावैद्युतांक $15$ वाले दूसरे पदार्थ द्वारा प्रतिस्थापित कर दिया जाता है तो संधारित्र की ऊर्जा