$C$ एवं $3 C$ धारिताओं वाले दो समानान्तर पट्टिका संधारित्र पार्श्व क्रम में संयोजित हैं, एवं $18\,V$ के विभवान्तर तक आवेशित किए जाते हैं। फिर बैट्री हटा दी जाती है, एवं $C$ धारिता वाले संधारित्र की पट्टिकाओं के बीच, $9$ परावैद्युत स्थिरांक वाला पदार्थ पूर्णतः भर दिया जाता है। दोनों संधारित्रों के बीच अंतिम विभवान्तर $..........V$ होगा।

  • [JEE MAIN 2022]
  • A

    $5$

  • B

    $4$

  • C

    $6$

  • D

    $1$

Similar Questions

एक संधारित्र के भीतर $K = 3$ का परावैद्युत पदार्थ भरने पर आवेश ${Q_0}$, वोल्टता ${V_0}$ और विद्युत क्षेत्र ${E_0}$ है। यदि परावैद्युत पदार्थ को एक अन्य पदार्थ से प्रतिस्थापित करें जिसका $K = 9$ है तो आवेश, वोल्टता और क्षेत्र का मान होगा क्रमश:

किसी समान्तर पट्टिका संधारित्र व्यवस्था में संधारित्र की पट्टिका का क्षेत्रफल $2 \,m ^{2}$ तथा दो पट्टिकाओं के बीच पथकन् $1 \,m$ है। यदि पट्टिकाओं के बीच के रिक्त स्थान में $0.5\, m$ मोटाई तथा क्षेत्रफल $2 \,m ^{2}$ (आरेख देखिए) का कोई परावैधुत पदार्थ भर दें, तो इस व्यवस्था की धारिता $.....\,\varepsilon_{0}$ होगी। (पदार्थ का परावैधुतांक $=3.2$ ) (निकटतम पूर्णांक तक पूर्णांकित)

  • [JEE MAIN 2021]

एक समान्तर पट्ट संधारित्र की पट्टिकाओं का क्षेत्रफल $A$ है और पट्टिकाओं के बीच की दूरी $10$ मिमी है। इसमें दो परावैद्युत चादरें हैं, एक का परावैद्युतांक $10$  और मोटाई $6$ मिमी है तथा दूसरी का परावैद्युतांक $5$ तथा मोटाई $4$ मिमी है। इस संधारित्र की धारिता है

एक $C$ धारिता वाले समान्तर प्लेट संधारित्र के प्लेटों के बीच की दूरी $d$ है और प्रत्येक प्लेट का क्षेत्रफल $A$ है। प्लेटों के बीच, पूरे स्थान को प्लेटों के समान्तर, $\delta=\frac{ d }{ N }$ मोटाई वाली $N$ पराविधुत  परतों से भर देते है। $m ^{\text {h }}$ परत का पराविधुतांक $K _{ m }= K \left(1+\frac{ m }{ N }\right)$ है। बहुत अधिक $N \left(>10^3\right)$ के लिए धारिता $C =\alpha\left(\frac{ K \varepsilon_0 A }{ d \;ln 2}\right)$ है। $\alpha$ का मान. . . . .होगा। [मुक्त आकाश (free space) की विधुतशीलता $\epsilon_0$ है]

  • [IIT 2019]

धारिता $C = 10\,\mu F$ वाला एक वायु-संधारित्र $12\,V$ की स्थिर वोल्टता वाली बैटरी से संबद्ध किया गया है अब इसकी पट्टिकाओं के बीच के स्थान में परावैद्युतांक $5$ वाला द्रव भर दिया जाता है। बैटरी से संधारित्र में जाने वाले नये आवेश का मान ........$\mu C$ होगा