प्लेट क्षेत्रफल $A$ व प्लेट विस्थापन (Separation) $d$ के एक समान्तर प्लेट संधारित्र को विभव $V$ तक आवेशित करके बैटरी को हटा लिया जाता है। $k$ परावैद्युतांक का एक स्लैव संधारित्र की प्लेटों के बीच रख दिया जाता है। ताकि यह प्लेटों के बीच खाली जगह को भर दें। यदि $Q$, $E$ व $W$ क्रमश: प्रत्येक प्लेट पर आवेश का परिणाम, प्लेटों के बीच विद्युत क्षेत्र (स्लैब रखने के बाद) व निकाय पर किया गया कार्य प्रदर्शित करते हैं, तो निम्न में से गलत सम्बन्ध है

  • [IIT 1991]
  • A

    $Q = \frac{{{\varepsilon _0}AV}}{d}$

  • B

    $W = \frac{{{\varepsilon _0}A{V^2}}}{{2kd}}$

  • C

    $E = \frac{V}{{kd}}$

  • D

    $W = \frac{{{\varepsilon _0}A{V^2}}}{{2d}}\left( {1 - \frac{1}{k}} \right)$

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एक वायु संधारित्र की धारिता $C$ है। यदि प्लेटों के बीच की दूरी को दोगुना करके इसे एक द्रव में डुबो दिया जाये तो धारिता दो गुनी हो जाती है। द्रव का परावैद्युतांक होगा

एक समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता $C$ है। यदि इसे $K_1$ व $K_2$ परावैद्युत स्थिरांक वाले दो पदार्थों की समान्तर परतों से बराबर-बराबर भरने पर इसकी धारिता $C_1$ हो तेा $C_1$ व $C$ का अनुपात है

एक $V$ विभवान्तर का विद्युत स्रोत, दो एकसमान संधारित्रों के संयोजन के साथ दर्शाये चित्रानुसार जोड़ा जाता है। जब कुंजी ' $K$ ' बंद होती है, तो संयोजन द्वारा कुल संचित ऊर्जा $E _1$ है। अब कुंजी ' $K$ ' खोल दी गई है, एवं संधारित्रों की पट्टियों के बीच, 5 परावैद्युतांक वाला परावैद्युत पदार्थ भरा गया है। अब संयोजन द्वारा कुल संचित ऊर्जा $E _2$ है। अनुपात $E _1 / E _2$ होगा :

  • [JEE MAIN 2022]

समानान्तर प्लेटों से बने एक संधारित्र की प्लेटों का क्षेत्रफल $A$ है तथा उनके बीच की दूरी $'d'$ है। इन प्लेटों क बीच एक परावैधुत पदार्थ भरा हुआ है जिसका परावैधुतांक $k ( x )= K (1+\alpha x )$ है। यहाँ पर ' $x$ ' किसी एक प्लेट से दूरी है। यदि $(\alpha d)<<1$ हो, तो इस संधारित्र की धारिता का उपयुक्त मान होगा।

  • [JEE MAIN 2020]

दो प्लेटों पर समान और विपरीत आवेश हैं। जब दोनों के मध्य के स्थान में निर्वात् उत्पन किया जाता है, तो वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता (प्लेटों के मध्य) $2 \times {10^5}\,V/m$ रहती है। जब प्लेटों के मध्य परावैद्युत रखा जाता है, तो वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता $1 \times {10^5}\,V/m$ होती है। परावैद्युत पदार्थ का परावैद्युतांक