एक कण जो कि मूल बिंदु से $1 \,m$ की दूरी पर है इस प्रकार चलना प्रारंभ करता है कि $d r / d \theta=r$, जहाँ $(r, \theta)$ ध्रुवीय निर्देशांक हैं. तब परिणामी वेग तथा वेग के स्पशरेखीय भाग के बीच का कोण
$30^{\circ}$ है.
$45^{\circ}$ है.
$60^{\circ}$ है.
कण की स्थिति पर निर्भर करता है.
एक स्कूटर $100$ मीटर त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर $10$ मीटर/सैकण्ड के वेग से घूम रहा है। स्कूटर की कोणीय चाल ....... $rad/s$ होगी
एक गेंद $1 \,m$ त्रिज्या वाले वृत्तीय पथ पर एकसमान रूप से गतिमान है। उसकी गति का आवर्त काल $1.5 \,s$ है। यदि गेंद को अचानक $t =8.3 \,s$ पर रोक दिया जाए, तो, $t =0 \,s$ की अवस्था के सापेक्ष गेंद का विस्थापन इनमें से ............ $m$ निकटतम होगा?
$80\, cm$ लंबे धागे के एक सिरे पर एक पत्थर बाँधा गया है और इसे किसी एकसमान चाल के साथ किसी क्षैतिज वृत्त में घुमाया जाता है । यदि पत्थर $25\, s$ में $14$ चक्कर लगाता है तो पत्थर के त्वरण का परिमाण और उसकी दिशा क्या होगी ?
वृत्ताकार मार्ग पर प्रति मिनट $100$ बार घूमने वाले कण का कोणीय वेग है
एक कण वृत्तीय गति कर रहा है। कण का त्वरण होगा