एक सरल लोलक नियत आयाम (बिना मंदन के) से दोलन कर रहा है जब गोलक का विस्थापन, इसके अधिकतम मान से कम है उस स्थिति में इसका त्वरण सदिश $\vec a$ सही रूप से दिखाया गया है
एक कण $25$ सेमी त्रिज्या के वृत्त में $2 $ चक्कर/सैकण्ड की चाल से गति कर रहा है। कण का त्वरण $m/{s^2}$में होगा
$h$ ऊँचाई के मकान की छत पर खड़ा व्यक्ति एक कण ऊध्र्वाधर नीचे की ओर तथा दूसरा कण क्षैतिज दिशा में समान वेग $u$ से फेंकता है। पृथ्वी की सतह पर पहुँचने पर कणों के वेगों का अनुपात होगा
एक शांकव (conical) दोलक, जिसकी लम्बाई $1\; m$ है और जो $Z-$अक्ष से $\theta=45^{\circ}$ के कोण पर हैं, $X Y$ समतल में एक गोलाकार पथ में चलता है। गोलाकार पथ की त्रिज्या $0.4\; m$ है और उसका केन्द्र बिन्दु $O$ के ठीक नीचे है। उस दोलक की गति गोलाकार पथ में होगी : $\left(g=10 \;ms ^{-2}\right)$
नियत कोणीय वेग से वृत्ताकार मार्ग में गति करते किसी कण के सम्बंध में निम्न कथनों में से कौन सा कथन असत्य है
एकसमान वृत्तीय गति में