गतिशील इलेक्ट्रॉन की गति निम्न के द्वारा प्रभावित नहीं होती है
गति की दिशा में आरोपित विद्युत क्षेत्र
गति की दिशा में आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र
गति की दिशा के लम्बवत् आरोपित विद्युत क्षेत्र
गति की दिशा के लम्बवत् आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र
$X$-अक्ष के अनुदिश कार्यरत चुम्बकीय क्षेत्र में $Z$-अक्ष की दिशा में एक प्रोटॉन गति करता है। उस पर कार्यरत् बल की दिशा होगी
द्रव्यमान $m$ तथा आवेश $q$ का एक कण
$\overrightarrow{ E }=2 \hat{ i }+3 \hat{ j } ; \quad \overrightarrow{ B }=4 \hat{ j }+6 \hat{ k } \text {. }$
द्वारा दिये गये विधुत एवं चुम्बकीय क्षेत्र में है। इस आवेश को मूलबिन्दु से बिन्दु $P ( x =1 ; y =1)$ तक एक सीधी रेखा के पथ के अनुगत विस्थापित करते हैं। किये गये कुल कार्य का परिमाण है।
एक प्रोटॉन तथा एक ड्यूट्रॉन जिनकी गतिज ऊर्जाएँ समान हैं, एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $B$ में क्षेत्र के लम्बवत् प्रवेश करते हैं। प्रोटॉन तथा ड्यूट्रॉन के वृत्तीय पथों की त्रिज्याएँ ${R_p}$ एवं ${R_d}$ के लिए सही कथन है
समान गतिज ऊर्जा के ${H^ + },\,H{e^ + }$ तथा ${O^{ + + }}$ आयन एक ऐसे क्षेत्र से होकर गुजरते हैं जहाँ एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $B$ आयन के वेग के लम्बवत् हैं। आयन ${H^ + },\,H{e^ + }$ तथा ${O^{ + + }}$ के द्रव्यमान क्रमश: $1:4:16 $ के अनुपात में है। परिणामस्वरुप
चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता $B$ की विमा है