एक स्थायी चुम्बक
सभी पदार्थों को आकर्षित करता है
केवल चुम्बकीय पदार्थों को आकर्षित करता है
चुम्बकीय पदार्थों को आकर्षित करता है और सभी अचुम्बकीय पदार्थों को प्रतिकर्षित करता है
अचुम्बकीय पदार्थों को आकर्षित करता है और चुम्बकीय पदार्थों को प्रतिकर्षित करता है
चुम्बक को पूरी तरह विचुम्बकित किया जा सकता है
चुम्बकत्व का अंत्य व्यैक्तक अनुभाग (Ultimate endividual unit) कहलाता है
एक लघु छड़ चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को पृथ्वी के उत्तर की ओर रखने पर उदासीन बिन्दु क्षैतिज तल में किसी बिन्दु $P $ पर मिलता है। यदि चुम्बक को क्षैतिज तल में $90°$ से घुमा दिया जाये तो बिन्दु $P$ पर कुल चुम्बकीय प्रेरण होगा (पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक = ${B_H}$)
निम्न चित्र $(1)$ तथा $(2)$ में बल रेखाओं को प्रदर्शित किया गया है कौनसा कथन सत्य है
एक लघु छड़ चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण $1.2 \,A-m^2$ है। इसके अक्ष पर $0.1\, m$ दूरी पर चुम्बकीय क्षेत्र है ($\mu_0 = 4\pi \times 10^{-7}\, T-m/A$)