ताँबे का एक टुकड़ा, जिसका अनुप्रस्थ परिच्छेद $15.2\, mm \times 19.1\, mm$ का है, $44.500\, N$ बल के तनाव से खींचा जाता है, जिससे केवल प्रत्यास्थ विरूपण उत्पन्न हो। उत्पन्न विकृति की गणना कीजिये।
Area of the copper piece:
$A=l \times b=19.1 \times 10^{-3} \times 15.2 \times 10^{-3}=2.9 \times 10^{-4} m ^{2}$
Tension force applied on the piece of copper, $F=44500 N$
Modulus of elasticity of copper, $\eta=42 \times 10^{9} N / m ^{2}$
Modulus of elasticity, $\eta=\frac{\text { Stress }}{\text { Strain }}=\frac{\frac{F}{A}}{\text { Strain }}$
$\therefore$ Strain $=\frac{F}{A \eta}$
$=\frac{44500}{2.9 \times 10^{-4} \times 42 \times 10^{9}}$
$=3.65 \times 10^{-3}$
$L$ लम्बाई तथा $r$ त्रिज्या का एक तार एक सिरे पर बँधा है। यदि इसका दूसरा सिरा $\mathrm{F}$ बल द्वारा खींचा जाता है तो इसकी लंबाई में $l$ वृद्धि होती है। प्रारम्भिक लम्बाई समान रखकर यदि तार की त्रिज्या तथा आरोपित बल दोनों घटाकर उनके मूल मानों से आधे करने पर इसकी लम्बाई में वृद्धि होगी :
निम्न में से किस स्थिति में तार की लम्बाई में अधिकतम वृद्धि होगी यदि तारों पर समान बल लगाकर खींचा जाए
एक बालक का गुलेल $42 \,cm$ लम्बी और $6\, mm$ अनुप्रस्थ काट के व्यास की रबड़ की डोरी का बना है,
जिसका द्रव्यमान नगण्य है। बालक $0.02\, kg$ भार का एक पत्थर इस पर रखता है और डोरी को एक नियत बल से $20 cm$ द्वारा तानित करता है। जब इसे छोडता है, तब पत्थर $20\, ms ^{-1}$ के वेग से जाता है। तानित होने पर डोरी के अनुप्रस्थ काट में परिवर्तन नगण्य है। रबड़ का यंग प्रत्यास्थता गुणांक का निकटतम मान है।
समान लम्बाई, समान अनुप्रस्थ क्षेत्रफल तथा समान यंग मापांक के दो तार $A$ तथा $B$ एक ही ताप परिसर तक गर्म किये जाते हैं। यदि तार $A$ का रेखीय प्रसार गुणांक तार $B$ के रेखीय प्रसार गुणांक का $3/2$ गुना हो तो $A$ तथा $B$ तारों में उत्पन्न बलों का अनुपात है
दो तारों $A$ तथा $B$ के यंग प्रत्यास्थता गुणांकों का अनुपात $7: 4$ है। तार $A$ की लम्बाई $2 \,m$ तथा त्रिज्या $R$ है। तार $B$ की लम्बाई $1.5\, m$ तथा त्रिज्या $2 \,mm$ है। यदि इन दोनों तारों की लम्बाई में वृद्धि, एक दिये गये भार के कारण, बराबर है तो $R$ का सन्निकट मान $......\,mm$ होगा।