एक समतल विद्युत चुम्बकीय तरंग की तीव्रता $6\ W/m^{2}$ है। यह तरंग $40 \,cm^{2}$ क्षेत्रफल वाले समतल दर्पण पर अभिलम्बवत् गिरती है। तरंग के द्वारा प्रति सैकण्ड दर्पण को स्थानान्तरित संवेग होगा
$6.4 \times {10^{ - 7}}kg - m/{s^2}$
$4.8 \times {10^{ - 8}}kg - m/{s^2}$
$3.2 \times {10^{ - 9}}kg - m/{s^2}$
$1.6 \times {10^{ - 10}}kg - m/{s^2}$
एक विद्युत चुम्बकीय तरंग, ऋणात्मक $\mathrm{z}$ दिशा में ऊर्जा स्थानान्तरित कर रही है। किसी नियत बिन्दु एवं नियत समय पर, तरंग के विद्युत क्षेत्र की दिशा, धनात्मक $\mathrm{y}$ दिशा के अनुदिश हैं। उस बिन्दु एवं क्षण पर, तरंग के चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा क्या होगी?
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग $30$ मेगाहर्त्ज आवत्ति से निर्वात में गति करती है। निश्चित अवकाश तथा समय पर, विधुत क्षेत्र $6\, V / m$ है। इस बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र $x \times 10^{-8}$ टेसला होगा। $x$ का मान $......$ है।
कल्पना कीजिए कि एक वैध्युतचुंबकीय तरंग के विध्युत क्षेत्र का आयाम $E_{o}=120 N / C$ है तथा इसकी आवृत्ति $v=50.0 \,MHz$ है। $(a)$ $B_{0}, \omega, k$ तथा $\lambda$ ज्ञात कीजिए, $(b)$ $E$ तथा $B$ के लिए व्यंजक प्राप्त कीजिए।
$25 \times 10^{4}$ वाट/मी $^{2}$ ऊर्जा फ्लक्स का प्रकाश, किसी पूर्णत: परावर्तक पृष्ठ (सतह) पर लम्बवत् आपतित होता है। यदि इस पृष्ठ का क्षेत्रफल $15$ सेमी हो तो, पृष्ठ पर आरोपित औसत बल होगा
$25\, GHz$ आवृत्ति की एक समतल विधुत-चुम्बकीय तरंग निर्वात में $z$ - दिशा में चल रही है। यदि किसी एक समय पर एक स्थान तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }=5 \times 10^{-8} \hat{ j } T$ हो तो वहाँ पर उस समय विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }$ होगाः (प्रकाश की गति $c =3 \times 10^{8} \, ms ^{-1}$ )