एक समतल वैद्युतचुंबकीय तरंग मुक्त आकाश में गति कर रही है। यदि विद्युत क्षेत्र $48\,V\, m ^{-1}$ आयाम तथा $2.0 \times 10^{10}\, Hz$ आवृत्ति पर ज्यावक्र के अनुरूप दोलन करता है। तब चुंबकीय क्षेत्र के दोलन का आयाम है : (निर्वात में प्रकाश की चाल $=3 \times 10^8\, m s ^{-1}$ )
$1.6 \times 10^{-6}\,T$
$1.6 \times 10^{-9}\,T$
$1.6 \times 10^{-8}\,T$
$1.6 \times 10^{-7}\,T$
$v$ वेग से गतिमान $m$ द्रव्यमान के पिण्ड में गतिज ऊर्जा $\frac{1}{2}m{v^2}$ होगी, यदि
यदि $\overrightarrow E $ एवं $\overrightarrow B $ क्रमश: विद्युत चुम्बकीय तरंग के विद्युत क्षेत्र सदिश एवं चुम्बकीय क्षेत्र सदिश को व्यक्त करते हैं तो विद्युत चुम्बकीय तरंग संचरण की दिशा निम्न में से किसकी दिशा में होगी
समतल वैद्युत चुम्बकीय तरंग के लिए $\mathrm{E}=\mathrm{E}_0 \sin (\omega \mathrm{t}-\mathrm{kx})$ एवं $\mathrm{B}=\mathrm{B}_0 \sin (\omega \mathrm{t}-\mathrm{kx})$ हैं, औसत विद्युत ऊर्जा घनत्व तथा औसत चुम्बकीय ऊर्जा घनत्व का अनुपात है:
विद्युत चुम्बकीय तरंग के कम्पित विद्युत एवं चुम्बकीय सदिश निर्देशित होते हैं
यदि मुक्त आकश में एक विधुत चुम्बकीय तरंग के विधुत क्षेत्र में निहित ऊर्जा $\left( U _{ E }\right)$ तथा चुम्बकीय क्षेत्र में निहित ऊर्जा $\left( U _{ B }\right)$ है, तो ?