ऊन से रगड़े जाने पर कोई पॉलीथीन का टुकड़ा $3 \times 10^{-7} C$ के ऋणावेश से आवेशित पाया गया।
$(a)$ स्थानांतरित (किस पदार्थ से किस पदार्थ में) इलेक्ट्रोंनों की संख्या आकलित कीजिए।
$(b)$ क्या ऊन से पॉलीथीन में संहति का स्थानांतरण भी होता है?
$(a)$ When polythene is rubbed against wool, a number of electrons get transferred from wool to polythene. Hence, wool becomes positively charged and polythene becomes negatively charged.
Amount of charge on the polythene piece, $q=-3 \times 10^{-7} \,C$
Amount of charge on an electron, $e=-1.6 \times 10^{-19}$ $C$
Number of electrons transferred from wool to polythene $=n$
n can be calculated using the relation, $q=n e$
$n=\frac{q}{e}=\frac{-3 \times 10^{-7}}{-1.6 \times 10^{-19}}=1.87 \times 10^{12}$
Therefore, the number of electrons transferred from wool to polythene is $1.87 \times 10^{12}$.
$(b)$ Yes. There is a transfer of mass taking place. This is because an electron has mass, $m _{ e }=9.1 \times 10^{-3}\;kg$
Total mass transferred to polythene from wool, $m = m _{e} \times n$ $=9.1 \times 10^{-31} \times 1.85 \times 10^{12}$
$=1.706 \times 10^{-18}\, kg$
Hence, a negligible amount of mass is transferred from wool to polythene.
$1.6\,C$ आवेश में इलेक्ट्रॉनों की संख्या होगी
जब काँच की छड़ को रेशम के टुकड़े से रगड़ते हैं तो दोनों पर आवेश आ जाता है। इसी प्रकार की परिघटना का वस्तुओं के अन्य युग्मों में भी प्रेक्षण किया जाता है। स्पष्ट कीजिए कि यह प्रेक्षण आवेश संरक्षण नियम से किस प्रकार सामंजस्य रखता है।
प्रोटॉनों के कारण $500\,cc$ जल पर कितना आवेश होगा
यदि किसी पिंड से एक सेकंड में $10^{9}$ इलेक्टॉन किसी अन्य पिंड में स्थानांतरित होते हैं तो $1 \,C$ आवेश के स्थानांतरण में कितना समय लगेगा?
धातु का आवेशित गोला $A$ नाइलॉन के धागे से निलंबित है। विध्युतरोधी हत्थी द्वारा किसी अन्य धातु के आवेशित गोले $B$ को $A$ के इतने निकट लाया जाता है कि चित्र $( a )$ में दर्शाए अनुसार इनके केंद्रों के बीच की दूरी $10\, cm$ है। गोले $A$ के परिणामी प्रतिकर्षण को नोट किया जाता है ( उदाहरणार्थं- गोले पर चमकीला प्रकाश पुंज डालकर तथा अंशांकित पर्दे पर बनी इसकी छाया का विक्षेपण मापकर )। $A$ तथा $B$ गोलों को चित्र $(b)$ में दर्शाए अनुसार, क्रमशः अनावेशित गोलों $C$ तथा $D$ से स्पर्श कराया जाता है। तत्पश्चात चित्र $(c)$ में दर्शाए अनुसार $C$ तथा $D$ को हटाकर $B$ को $A$ के इतना निकट लाया जाता है कि इनके केंद्रों के बीच की दूरी $5.0\, cm$ हो जाती है। कूलॉम नियम के अनुसार $A$ का कितना अपेक्षित प्रतिकर्षण है? गोले $A$ तथा $C$ एवं गोले $B$ तथा $D$ के साइज् सर्वसम हैं। $A$ तथा $B$ के केंद्रों के पृथकन की तुलना में इनके साइजो की उपेक्षा कीजिए।