एक प्रोटॉन एवं एल्फा कण को उनकी गति की दिशा के लम्बवत् एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में समान वेग से फेंका जाता है तो एल्फा कण एवं प्रोटॉन द्वारा व्यक्त वृत्तीय पथों की त्रिज्या का अनुपात क्रमश: होगा:
$1: 4$
$4: 1$
$2: 1$
$1: 2$
$m$ द्रव्यमान एवं $q$ आवेश का एक कण नियत वेग $v$ से धनात्मक $x$ दिशा में गतिमान है। यह एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है। चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा ऋणात्मक $z$ दिशा में है, एवं $x = a$ से $x = b$ तक फैला हुआ है। वेग $v$ का न्यूनतम मान क्या होना चाहिए ताकि कण $x > b$ क्षेत्र में प्रवेश कर सके
इलेक्ट्रॉन की गति की दिशा से $90°$ कोण पर एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र कार्य कर रहा है। परिणामत: इलेक्ट्रॉन $2\, cm$ त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर गति करता है। यदि इलेक्ट्रॉन की चाल दोगुनी कर दी जाए तो वृत्तीय पथ की त्रिज्या.....सेमी होगी:
आवेश $q$ तथा द्रव्यमान $m$ का एक कण $Y - Z$ समतल में $d$ दूरी पर रखे पर्दे की ओर $-v \hat{i}(v \neq 0)$ वेग से चल रहा है। यदि एक चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }= B _{0} \hat{ k }$ उपस्थित हो तो, $v$ के किस न्यूनतम मान के लिए कण पर्दे से नहीं टकरायेगा ?
एक प्रोटॉन और $\alpha $-कण समान वेग से एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् प्रवेश करते हैं। अगर प्रोटॉन $5$ परिक्रमा में $25$ माइक्रो सैकण्ड लेता है तो $\alpha$-कण का आवर्तकाल........$\mu \, sec$ होगा
एक प्रोटॉन, एक ड्यूट्रॉन एवं एक $\alpha - $ कण एकसमान गतिज ऊर्जा से एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में वृत्तीय पथों पर गति कर रहे हैं। यदि ${r_p},\,{r_d}$ तथा ${r_\alpha }$ इनके पथों की त्रिज्यायें हैं तो