एक सरल लोलक को विषुवत रेखा पर ले जाने पर इसका दोलनकाल
घट जायेगा
बढ़ जायेगा
अपरिवर्तित रहेगा
पहले घटेगा फिर बढ़ेगा
एक सरल लोलक का रूकी हुई लिफ्ट में आवर्त काल $T$ है। यदि लिफ्ट ऊर्ध्वाधर ऊपर की ओर $\frac{ g }{6}$ त्वरण से त्वरित होती है, तो इसका आवर्तकाल क्या होगा ?(जहाँ $g =$ गुरूत्वीय त्वरण है)
दो सरल लोलक एकसाथ दोलन प्रारम्भ करते हैं। यदि इनकी दोलन आवृत्तियों का अनुपात $7 : 8$ है तब इनकी लम्बाईयों का अनुपात होगा
सैकण्डी लोलक की लम्बाई .... $cm$ है
दोलन करता हुआ एक सरल लोलक आधार सहित मुक्त रुप से नीचे गिर रहा है, तो
एक खोखले गोले को उसमें बने हुए एक छिद्र द्वारा पानी से भरा जाता है। तत्पश्चात् उसे एक लम्बे धागे द्वारा लटकाकर दोलायमान किया जाता है। जब तल में स्थित छिद्र से पानी धीरे-धीरे बाहर निकलता है, तो गोले का दोलनकाल