$1 \mathrm{~m}$ लंबाई के सरल लोलक में $1 \mathrm{~kg}$ द्रव्यमान का लकड़ी का एक गोलक है। यह $2 \times 10^2 \mathrm{~ms}$ ! की चाल से गतिमान $10^{-2} \mathrm{~kg}$ द्रव्यमान की एक गोली द्वारा टकराता है। गोली गोलक में धँस जाती है। गोलफ पापसा झूलने से पूर्प फिरा ऊँपाई सफल ऊपर पहुँचता है (दिया है : $\mathrm{g}=10 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2$ )

  • [JEE MAIN 2024]
  • A

    $0.30 \mathrm{~m}$

  • B

     $0.20 \mathrm{~m}$

  • C

    $0.35 \mathrm{~m}$

  • D

    $0.40 \mathrm{~m}$

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विस्फोट होने से एक शिला तीन टुकड़ों में फट जाती है। इनमें से दो टुकड़े परस्पर लम्बव्त दिशाओं में जाते हैं। ये दोनों हैं, $12$ मी/से वेग से चलता हुआ $1$ किग्रा का पहला टुकड़ा तथा $8$ मी/से वेग से चलता हुआ $2$ किग्रा. का दूसरा टुकड़ा। यदि तीसरा टुकड़ा $4$ मी./से. वेग से चला हो, तो उसका द्रव्यमान.........$kg$ होगा

  • [AIPMT 2013]

विराम में स्थित एक $M$ द्रव्यमान का पिण्ड विस्फोट के पश्चात् तीन टुकडों में टूट जाता हैं। दो टुकड़े जिनमें प्रत्येक का द्रव्यमान $M/4$ है, परस्पर लम्बवत्त दिशाओं में क्रमश: $3 $ मी/सै तथा $4$ मी/सै के वेग से गतिशील होते हैं। तीसरे टुकड़े का वेग  ..........  मी/सै होगा

$10$ कि.ग्रा. द्रव्यमान की एक मशीन गन से $20$ ग्राम की गोलियाँ $180$ गोली प्रति मिनट की दर से $100$ मी./से. की एक समान चाल से दागी जाती है। गन का पश्चगामी वेग है:

  • [JEE MAIN 2023]

एक गोला विरामावस्था में तीन टुकड़ों में विस्फोटित हो जाता है। समान द्रव्यमान के दो टुकड़े, एक दूसरे के लम्बवत् समान वेग $30\, m/s$ से गतिमान हो जाते हैं। तीसरे टुकड़े का द्रव्यमान अन्य टुकड़ों का तीन गुना है। तीसरे टुकड़े के वेग का परिमाण तथा दिशा होगी

वेग $(\sqrt{3} \hat{ i }+\hat{ j }) ms ^{-1}$ से गतिशील द्रव्यमान $m _{1}$ का एक कण
$A$ विश्राम अवस्था में द्रव्यमान $m _{2}$ के एक कण $B$ से संघट्ट करता है। संघट्ट के पश्चात कणों $A$ एवं $B$ के वेग क्रमशः $\overrightarrow{ V }_{1}$ एवं $\overrightarrow{ V }_{2}$ है। यदि $m _{1}=2 m _{2}$ एवं संघट्ट के पश्चात $\overrightarrow{ V }_{1}=(\hat{ i }+\sqrt{3} \hat{ j }) ms ^{-1}$ तब $\overrightarrow{ V }_{1}$ एवं $\overrightarrow{ V }_{2}$ के बीच कोण $......^o$ है।

  • [JEE MAIN 2020]