$4$ सेमी त्रिज्या वाले गोले को $6$ सेमी त्रिज्या वाले खोखले गोले के भीतर लटकाया गया है। अन्दर वाले गोले को $3\, e.s.u.$ विभव तक आवेशित किया गया है तथा बाहर वाला गोला पृथ्वी से जुड़ा है। अन्दर वाले गोले पर आवेश.......$e.s.u.$ है
$54$
$0.25$
$30$
$36$
एक धनावेशित चालक
एक आवेश $+q$ को $r$ त्रिज्या वोल एक पतले वलय जिसका रेखीय आवेश घनत्व $\lambda=q \sin ^2 \theta /(\pi r)$ है, पर वितरित किया जाता है। वलय $x-y$ तल में है और $x$-अक्ष से $\vec{r}$ एक कोण $\theta$ बनाता है। बिन्दु आवेश $+Q$ को वलय के केन्द्र से अनंत तक विस्थापित करने में वैद्युत बल द्वारा किया गया कार्य निम्न के बरावर है।
एक आवेशित गोले के बाहरी क्षेत्र में दो बिन्दुओं $1$ तथा $2$ पर विचार करें। यह बिन्दु गोले से अधिक दूर नहीं है यदि $E$ तथा $V$ क्रमश: विद्युत क्षेत्र सदिश तथा विद्युत विभव को प्रदर्शित करते हैं तो निम्न में से कौनसा सम्भव नहीं है
$1.5\, \mu C$ और $2.5\, \mu C$ आवेश वाले दो सूक्ष्म गोले $30 \,cm$ दूर स्थित हैं।
$(a)$ दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के मध्य बिंदु पर, और
$(b)$ मध्य बिंदु से होकर जाने वाली रेखा के अभिलंब तल में मध्य बिंदु से $10\, cm$ दूर स्थित किसी बिंदु पर विभव और विध्यूत क्षेत्र ज्ञात कीजिए।
पतले तार के दो छल्ले, जिनमें प्रत्येक की त्रिज्या $R$ है, अपने अक्षों को संपाती रखते हुए एक दूसरे से $d$ दूरी पर स्थित हैं। इन दोनों छल्लों के आवेश $ + q$ तथा $ - q$ हैं। दोनों छल्लों के केन्द्रों के बीच विभवान्तर है