एक स्प्रिंग में $10$ फेरे हैं एवं इसका स्प्रिंग नियतांक $k$ है। इसे समान दो भागों में काट दिया जाता है तब प्रत्येक नई स्प्रिंग का स्प्रिंग नियतांक होगा
$k/2$
$2k$
$3k/2$
$3k$
एक भार रहित स्प्रिंग जिसकी लम्बाई $60\, cm$ तथा बल नियंताक $100\, N/m$ है, किसी चिकनी मेज पर मुक्त अवस्था में सीधी रखी है। इसके दोनों सिरे दृढ़तापूर्वक बँधे हैं। $0.25\, kg$ द्रव्यमान को स्प्रिंग के मध्य में जोड़कर लम्बाई के अनुदिश थोड़ा सा विस्थापित किया जाता है, तो द्रव्यमान का दोलनकाल है
$1200\, N\, m ^{-1}$ कमानी-स्थिरांक की कोई कमानी चित्र में दर्शाए अनुसार किसी क्षैतिज मेज से जड़ी है। कमानी के मुक्त सिरे से $3\, kg$ द्रव्यमान का कोई पिण्ड जुड़ा है । इस पिण्ड को एक ओर $2.0\, cm$ दूरी तक खींच कर मुक्त किया जाता है,
$(i)$ पिण्ड के दोलन की आवृत्ति,
$(ii)$ पिण्ड का अधिकतम त्वरण, तथा
$(iii)$ पिण्ड की अधिकतम चाल ज्ञात कीजिए
एक ऊर्ध्व दिशा की कमानी को धरातल पर चित्र के अनुसार स्थायी किया गया है तथा इसके ऊपरी सिरे के पलड़े पर $2.0$ किग्रा द्रव्यमान की वस्तु रखी है। कमानी और पलड़े के भार नगण्य हैं। थोड़ा दबाकर छोड़ देने पर द्रव्यमान सरल आवर्ती गति करता है। कमानी का बल नियतांक $200$ न्यूटन/मी है। आवर्त गति का न्यूनतम आयाम कितना होना चाहिए, जिससे ऊपर रखी वस्तु पलड़े से अलग हो जाये? (मान लो $g =10$ मी/से $^{2})$
एक $m$ द्रव्यमान की वस्तु श्रेणीक्रम में जुडी हुई ${k_1}$ एवं ${k_2}$ बल नियतांक की स्प्रिंगों से लटकी हुई है। वस्तु का दोलनकाल होगा
दो स्प्रिंगों के बल नियतांक ${K_1}$ तथा ${K_2}$ हैं। उन्हें क्रमश: ${F_1}$ तथा ${F_2}$ बलों से इस प्रकार खींचा जाता है कि उनकी प्रत्यास्थ ऊर्जा बराबर हो, तो ${F_1}:{F_2}$ है