$0.1 kg$ की एक स्टील गेंद $10 m$ की ऊँचाई से स्वतंत्रतापूर्वक पृथ्वी तल पर गिरती है एवं तल से $5.4m$ ऊँचाई, तक उछलती है। यदि इस प्रक्रिया में व्यय ऊर्जा गेंद द्वारा अवशोषित कर ली जाती है तब इसके ताप मे वृद्धि ........... $^\circ \mathrm{C}$ होगी(स्टील की विशिष्ट ऊष्मा $ = 460\,Joule - k{g^{ - 1}}^\circ {C^{ - 1}},\;g = 10\,m{s^{ - 2}}$)
$0.01$
$0.1$
$1$
$1.1$
चित्र में, एक काँच नलिका (रेखीय प्रसार गुणांक $\alpha$) में एक द्रव ऊपर तक भरा हुआ है जिसका आयतन प्रसार गुणांक $\gamma$ है। गर्म करने पर द्रव स्तम्भ की लम्बाई अपरिवर्तित रहती है। $\gamma$ एवं $\alpha$ के बीच सही सम्बन्ध है
पारा सामान्यतः चिकित्सकीय तापमापी (clinical thermometer) में प्रयोग होता है। पारे का निम्न में कीन सा गुण इसका कारण नहीं है?
किसी वस्तु के ताप को $1 ^o C$ से बढ़ाने के लिए आवश्यक ऊष्मा कहलाती है
एक काँच पात्र में मरकरी का आभासी प्रसार गुणांक $153 \times 10{^{-6}}{°C^{-1}}$ एवं स्टील पात्र में मरकरी का आभासी प्रसार गुणांक $144 \times 10{^{-6}}{°C^{-1}}$ है। यदि स्टील के लिए a का मान $12 × 10 {^{-6}}{°C^{-1}}$ हो, तब ग्लास के लिए $\alpha$ का मान होगा
एक सेण्टीग्रेड एवं एक फारेनहाइट थर्मामीटर को उबलते पानी में डुबोया गया है। पानी का ताप तब तक गिराया जाता है, जब तक कि फारेनहाइट तापमापी $140°F$ नोट करता है। सेण्टीगे्रड थर्मामीटर द्वारा नोट की गई ताप में गिरावट ...... $^o$ है