$100 cm$ लम्बी एक स्टील की छड़ को मध्य से कसा गया है। यदि छड़ में उत्पन्न अनुदैध्र्य कम्पनों की मूल आवृत्ति $2.53 kHz$ है तो स्टील में ध्वनि की चाल ..... $km/s$ होगी
$5.06$
$6.06$
$7.06$
$8.06$
दो दृढ़ आधारों के बीच तनित किसी एक रस्सी के कम्पनों की मूल आवृत्ति (fundamental frequency) $50 \mathrm{~Hz}$ है। रस्सी का द्रव्यमान $18 \mathrm{~g}$ एवं इसका रेखीय द्रव्यमान घनत्व $20 \mathrm{~g} / \mathrm{m}$ है। रस्सी में उत्पन्न अनुप्रस्थ तरंग की चाल_________________$\mathrm{ms}^{-1}$ है।
दो तारों $W_{1}$ तथा $W_{2}$ की समान त्रिज्या $r$ है तथा घनत्व क्रमशः $\rho_{1}$ और $\rho_{2}$ इस प्रकार हैं कि $\rho_{2}=4 \rho_{1}$ । चित्रानुसार इन तारों को बिन्दु $O$ पर जोड़ा गया है। इस संयोजन को सोनोमीटर के तार के रूप में प्रयोग करते हैं और इसे तनाव $T$ पर रखते हैं। बिन्दु $O$, दोनों सेतुओं के मध्य में हैं। इस संयुक्त तार में एक अप्रगामी तरंग उत्पत्र की जाती हैं तो जोड़ पर निस्पंद (node) बनता है। $W_{1}$ व $W_{2}$ तारों में बने प्रस्पंदों (antinode) की संख्या का अनुपात होगा
किसी लम्बी बेलनाकार नली के एक सिरे के नजदीक $n$ आवृत्ति उत्पन्न करने वाला एक कम्पित स्वरित्र रखा है नली चित्र में दिखाये अनुसार पाश्र्व से भी खुली है एवं इसमें एक चलित परावर्तक पिस्टन लगा हुआ है। यदि पिस्टन $8.75 cm$ दूरी चलता है, ध्वनि की तीव्रता अधिकतम से न्यूनतम तक बदलती है यदि ध्वनि की चाल $350 m/s$ है तब $n$ का मान होगा .... $Hz$
एक पियानो के तार मे $10N$ का तनाव है दुगुनी आवृत्ति का स्वर उत्पन्न करने के लिए तार में तनाव होना .... $N$ चाहिए
एक ही पदार्थ से बनी दो कंपन करने वाली डोरियों की लम्बाईयाँ $L$ एवं $2L$ तथा त्रिज्याऐं क्रमश: $2r$ एवं $r$ हैं। दोनों डोरियों में तनाव समान है। दोनों डोरियाँ मूल विधा में कम्पन करती हैं, प्रथम $L$ लम्बाई की डोरी, की आवृत्ति $n_1$ एवं दूसरी डोरी की आवृत्ति $n_2$ में अनुपात होगा