किसी सोनोमीटर तार के कम्पनों की मूल आवृत्ति $n$ है यदि डोरी का तनाव और व्यास दो गुने कर दिये जायें एवं डोरी का घनत्व आधा कर दिया जाये तो मूल आवृत्ति हो जायेगी
$\frac{n}{4}$
$\sqrt 2 \,n$
$n$
$\frac{n}{{\sqrt 2 }}$
एक तनी हुयी डोरी की लम्बाई $110 cm$ है। यह डोरी तीन खण्डो में कम्पित होती है जिनकी आवृत्तियों का अनुपात $1 : 2 : 3$ है। इन खण्डों की लम्बाईयों का अनुपात होगा
$100 cm$ लम्बी एक स्टील की छड़ को मध्य से कसा गया है। यदि छड़ में उत्पन्न अनुदैध्र्य कम्पनों की मूल आवृत्ति $2.53 kHz$ है तो स्टील में ध्वनि की चाल ..... $km/s$ होगी
एक सोनोमीटर की तार जो स्टील की बनी है की लम्बाई $1.5\, m$ है। तनाव के कारण इसमें $1 \%$ का प्रत्यास्थ विकृति उत्पन्न होती है। स्टील का मूल आवृत्ति क्या ............ $Hz$ होगी यदि स्टील तार का घनत्व एवं प्रत्यास्थता क्रमश: $7.7$ $\times 10^{3} kg / m ^{3}$ एवं $2.2 \times 10^{11} N / m ^{2}$ है ?
सरल रेखा के अनुदिश संचरित एक अनुप्रस्थ तरंग के लिये दो शिखरों (श्रृंग) के मध्य दूरी $5\, m$ है जबकि एक श्रृंग व एक गर्त के मध्य दूरी $1.5 \,m$ है। तरंगों की संभावित तरंगदैर्ध्य ( $m$ में) होगी।
एक $7$ मी. लम्बी डोरी का द्रव्यमान $0.035\,kg$ है। यदि डोरी में तनाव $60.5 N$ है तब डोरी पर तरंग का वेग .... $m/s$ होगा