धनात्मक $x-$ दिशा में गतिमान तरंग $y = A\sin (\omega \,t - kx)$ द्वारा प्रदर्शित हैं। यह एक दृढ़ सिरे से इस प्रकार परावर्तित होती है कि $80\%$ आयाम ही परावर्तित होता है। परावर्तित तरंग का समीकरण होगा
$y = A\sin (\omega \,t + kx)$
$y = - 0.8A\sin (\omega \,t + kx)$
$y = 0.8A\sin (\omega \,t + kx)$
$y = A\sin (\omega \,t + 0.8\,kx)$
एक तनी हुयी डोरी की लम्बाई $110 cm$ है। यह डोरी तीन खण्डो में कम्पित होती है जिनकी आवृत्तियों का अनुपात $1 : 2 : 3$ है। इन खण्डों की लम्बाईयों का अनुपात होगा
दो स्थिर सिरों के मध्य तनी हुई किसी डोरी की लम्बाई $1 m$ व द्रव्यमान $5 \times {10^{ - 4}}kg$ है, तथा इसमें $20 N$ का तनाव है। यदि इसे किसी एक सिरे से $25 cm$ दूर किसी बिन्दु पर खींचकर कम्पित कराया जाये तो यह किस आवृत्ति से कम्पन करेगी
यदि किसी तनी हुयी डोरी की लम्बाई $40\%$ कम कर दी जाये तथा तनाव $44\%$ बढ़ा दिया जाये तो अंतिम तथा प्रारम्भिक मूल आवृत्तियों का अनुपात है
एक खींचा हुआ तार स्वरित्र के साथ $512$ हर्टज आवत्ति के दोलन करता है जबकि तार की लम्बाई $0.5$ मीटर है। यदि आवृत्ति $256$ हर्टज हो तो तार की लम्बाई का मान.........मीटर होगा।
एक तने हुए तार में उत्पन्न आवृत्ति को $100\,Hz$ से $400\,Hz$ करने के लिए इसके तनाव को ... गुना बढ़ाना पडे़गा