एक ऊध्र्वाधर, $600.5$ सेमी लम्बे तथा $1$ वर्ग मिमी अनुप्रस्थ काट तार क्षेत्रफल के तार पर $200 \,kg$ द्रव्यमान लटकाया गया है। जब भार हटा लिया जाता है तो तार की लम्बाई में $0.5$ सेमी कमी होती है। तार के पदार्थ का यंग प्रत्यास्थता गुणांक का मान है
$2.35 \times {10^{12}}\,N/{m^2}$
$1.35 \times {10^{10}}\,N/{m^2}$
$13.5 \times {10^{11}}\,N/{m^2}$
$23.5 \times {10^9}\,N/{m^2}$
एक ही धातु के दो तार $A$ तथा $B$ जिनकी त्रिज्याओं तथा लम्बाईर्यों का अनुपात क्रमश: $2 : 1$ व $ 4 : 1$ है। उस अनुदैध्र्य बल का अनुपात जो दोनों तारों की लम्बाई में समान वृद्धि कर सके, होगा
एक धागे पर, जिसकी त्रिज्या $r$ है, भार $W$ आरोपित करने पर इसकी लम्बाई में $1$ मिली मीटर की वृद्धि होती है। अब यदि भार को $4$ $W$ एवं त्रिज्या को $2 $ $r$ कर दिया जाये तथा अन्य राशियाँ नियत रहें तो लम्बाई में वृद्धि..... $mm$ होगी
दो तार समान पदार्थ के बने हैं और दोनों के आयतन भी समान हैं । पहले तार की अनुप्रस्थ-काट का क्षेत्रफल $A$ और दूसरे तार की अनुप्रस्थ-काट का क्षेत्रफल $3 A$ है । यदि बल $F$ लगाकर पहले तार की लम्बाई में $\Delta l$ की वृद्धि की जाती है, तो दूसरे तार की लम्बाई में भी इतनी ही वृद्धि करने के लिए कितने बल की आवश्यकता होगी ?
यंग प्रत्यास्थता गुणांक का मात्रक है
$2$ मीटर लम्बा तार $10\,c{m^3}$ ताँबे से बनाया गया है। कोई बल $F$ इस प्रकार लगाया जाता है कि इसकी लम्बाई $2$ मिलीमीटर बढ़ जाये। $8$ मीटर का एक अन्य तार समान आयतन के ताँबे से बना है। यदि इस पर $F$ बल आरोपित किया जाये तो तार की लम्बाई में ......... $cm$ वृद्धि होगी