$10-6$ मी $2$ क्षेत्रफल के तार की लम्बाई में $0.1\%$ की वृद्धि होने पर उसमें $1000$ न्यूटन का तनाव उत्पन्न होता है। तार का यंग प्रत्यास्थता गुणांक है
${10^{12}}\,N/{m^2}$
${10^{11}}\,N/{m^2}$
${10^{10}}\,N/{m^2}$
${10^{9}}\,N/{m^2}$
यदि लोहे का यंग प्रत्यास्थता गुणांक $2 \times {10^{11}}\,N/{m^2}$ है तथा दो अणुओं के बीच अन्तरापरमाण्विक दूरी $3 \times {10^{ - 10}}$ मी हो, तो अन्तरापरमाण्विक बल नियतांक ......... $N/m$ है
स्टील के एक तार में परमाणुओं के बीच की दूरी $3.0 Å$ है एवं स्टील के लिए यंग प्रत्यास्थता गुणांक ${Y}$(स्टील) $ = 20 \times {10^{10}}N/{m^2}$ है तब बल-नियतांक होगा
ताँबे का एक $2.2\, m$ लंबा तार तथा इस्पात का एक $1.6\, m$ लंबा तार, जिनमें दोनों के व्यास $3.0\, mm$ हैं, सिरे से जुड़े हुए हैं। जब इसे एक भार से तनित किया गया तो कुल विस्तार $0.7\, mm$ हुआ। लगाए गए भार का मान प्राप्त कीजिए।
ताँबे का एक टुकड़ा, जिसका अनुप्रस्थ परिच्छेद $15.2\, mm \times 19.1\, mm$ का है, $44.500\, N$ बल के तनाव से खींचा जाता है, जिससे केवल प्रत्यास्थ विरूपण उत्पन्न हो। उत्पन्न विकृति की गणना कीजिये।
एक तार जिसकी लम्बाई $L$ तथा त्रिज्या $r$ हैं, एक सिरे पर दृढ़ता से बँधा है। तार के दूसरे सिरे को बल $F$ से खींचने पर तार की लम्बाई में वृद्धि $l$ होती है। इसी पदार्थ के एक दूसरे तार को, जिसकी लम्बाई $2L$ तथा त्रिज्या $2r$ हैं, बल $2F$ से खींचने पर इसकी लम्बाई में वृद्धि होगी