$'L'$ लम्बाई एवं ' $r$ ' त्रिज्या वाला कोई तार अपने एक सिरे से दृढ़ता पूर्वक बंधा हुआ है। जब तार का दूसरा सिरा बल $\mathrm{f}$ द्वारा खींचा जाता है, तो इसकी लम्बाई में ' $\ell$ ' वृद्वि हो जाती है। समान पदार्थ से बना ' $2 \mathrm{~L}$ ' लम्बाई एवं ' $2 \mathrm{r}$ ' त्रिज्या वाला तार इसी प्रकार से ' $2 \mathrm{f}$ ' बल द्वारा खींचा जाता है। अब लम्बाई में वृद्धि होगी:

  • [JEE MAIN 2023]
  • A

    $2 \ell$

  • B

    $\ell$

  • C

    $4 \ell$

  • D

    $\ell / 2$

Similar Questions

एक ही पदार्थ से बने दो तारों की लम्बाईयाँ समान है, जबकि दूसरे तार का व्यास पहले तार के व्यास से दो गुना है। दोनों तारों पर समान भार आरोपित करने पर उनकी लम्बाई में वृद्धियों का अनुपात है

मृदु इस्पात के एक तार, जिसकी लंबाई $1.0 \,m$ तथा अनुप्रस्थ परिच्छेद का क्षेत्रफल $0.50 \times 10^{-2} cm ^{2}$ है, को दो खम्बों के बीच क्षैतिज दिशा में प्रत्यास्थ सीमा के अंदर ही तनित किया जाता है। तार के मध्य बिंदु से $100\, g$ का एक द्रव्यमान लटका दिया जाता है। मध्य बिंदु पर अवनमन की गणना कीजिए।

निम्नलिखित दो कथनों को ध्यान से पढिये और कारण सहित बताइये कि वे सत्य हैं या असत्य :

$(a)$ इस्पात की अपेक्षा रबड़ का यंग गुणांक अधिक है;

$(b)$ किसी कुण्डली का तनन उसके अपरूपण गुणांक से निर्धारित होता है।

मृदु इस्पात के चार समरूप खोखले बेलनाकार स्तम्भ $50.000\, kg$ द्रव्यमान के किसी बड़े ढाँचे को आधार दिये हुए हैं। प्रत्येक स्तम्भ की भीतरी तथा बाहरी त्रिज्याएँ क्रमशः $30$ तथा $60\, cm$ हैं। भार वितरण को एकसमान मानते हुए प्रत्येक स्तम्भ की संपीडन विकृति की गणना कीजिये।

' $\mathrm{L}$ ' लम्बाई व $\mathrm{A}$ अनुप्रस्थ परिच्छेद क्षेत्रफल के एक तार के पदार्थ का यंग प्रत्यास्थता गुणांक $\mathrm{Y}$ है। यदि तार की लम्बाई दोगुनी तथा अनुप्रस्थ परिच्छेद क्षेत्रफल आधा कर दिया जाये तो यंग प्रत्यास्थता गुणांक होगा:

  • [JEE MAIN 2024]